कांग्रेस ने रविवार को भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब इस समय पूरा देश कोरोना वायरस महामारी से जंग लड़ रहा है तब ऐसे समय पर भाजपा धन बल की राजनीति कर रही है। साथ ही कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह की ‘वर्चुअल रैली' को लेकर कहा कि भाजपा ने ऐसे समय पर रैली कर बिहार की जनता का अपमान किया है। आपको बतादें कि केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा नेता अमित शाह ने आज बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद करते हुए चुनाव से कुछ महीनों पहले इंटरनेट और प्रसारण माध्यमों का इस्तेमाल कर रविवार को अपनी तरह की पहली ‘वर्चुअल रैली' की। इस दौरान उन्होंने दिल्ली से बिहार की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि राजग सरकार के कार्यकाल में राज्य ''जंगल राज’’ से निकलकर ‘‘जनता के राज'' में आ गया है।
कांग्रेस नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि शाह ऐसे समय में राजनीति को ध्यान में रखकर रैली कर रहे हैं जब बिहार के लोग कोरोना वायरस के चलते मर रहे हैं। इसके अलावा राज्य के कई लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आभासी रैली पर 100 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। इसके लिये लोगों को एक लाख मोबाइल फोन बांटे गए हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सिंह ने कहा कि एक ओर केन्द्र सरकार के पास प्रवासी कामगारों को उनके घर भेजने या उन्हें भोजन मुहैया कराने के लिये पैसा नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा राजनीतिक रैलियों पर पैसा बहा रही है।
सिंह ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''ऐसे समय में जब देश कोविड-19 से जंग लड़ रहा है, भाजपा रैलियां करने में व्यस्त है। वह धन बल का इस्तेमाल कर बिहार की जनता को लुभाना चाहती है। यह बिहार के लोगों के साथ अन्याय और उनका अपमान है।'' उन्होंने कहा, ''भाजपा पैसे की ताकत के आधार पर राजनीति करने की कोशिश कर रही है। लोग उनकी राजनीतिक चालबाजियों को देख रहे हैं। बिहार के लोगों का जिस तरह से अपमान किया गया है, वे उसे याद रखेंगे। वे चुनावों में भाजपा को सबक सिखाएंगे और पार्टी को सत्ता से बाहर कर देंगे।'' इससे पहले भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा इस रैली का बिहार के चुनावों से कोई लेना-देना नहीं हैं। इसका मकसद कोविड-19 के खिलाफ जंग में लोगों से जुड़ना है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बिहार विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करेगा।
सिंह ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''ऐसे समय में जब देश कोविड-19 से जंग लड़ रहा है, भाजपा रैलियां करने में व्यस्त है। वह धन बल का इस्तेमाल कर बिहार की जनता को लुभाना चाहती है। यह बिहार के लोगों के साथ अन्याय और उनका अपमान है।'' उन्होंने कहा, ''भाजपा पैसे की ताकत के आधार पर राजनीति करने की कोशिश कर रही है। लोग उनकी राजनीतिक चालबाजियों को देख रहे हैं। बिहार के लोगों का जिस तरह से अपमान किया गया है, वे उसे याद रखेंगे। वे चुनावों में भाजपा को सबक सिखाएंगे और पार्टी को सत्ता से बाहर कर देंगे।'' इससे पहले भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा इस रैली का बिहार के चुनावों से कोई लेना-देना नहीं हैं। इसका मकसद कोविड-19 के खिलाफ जंग में लोगों से जुड़ना है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बिहार विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करेगा।
