मॉनसून की बारिश ने बिहार की नदियों को उफान पर ला दिया है और लोगों के लिए मुश्किलों का दौर शुरू कर दिया है। बिहार की नीतीश कुमार सरकार में उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने आज कहा कि राज्य के 15 जिलों के 82 प्रखंड बाढ़ की चपेट में है और इससे अब तक पांच लोगों की मौत हुई है।
उप मुख्यमंत्री एवं आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु देवी ने यहां शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश मुख्यालय में सहयोग कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फिलहाल राज्य के 15 जिलों के 82 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, लखीसराय, भागलपुर, भोजपुर, खगड़यि, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर और समस्तीपुर जिले शामिल हैं।
रेणु देवी ने कहा कि इन 15 जिलों के 82 प्रखंड में राहत एवं बचाव शिविर चलाए जा रहे हैं। इसी तरह कुल 178 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है, जहां एक लाख से अधिक लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकों का दल भी कैंप कर रहा है और आवश्यकता होने पर लोगों की जांच के साथ ही दवाई भी दी जा रही है। इसके अलावा मवेशियों के लिए भी इंतजाम किए गए है।
उप मुख्यमंत्री एवं आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु देवी ने यहां शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश मुख्यालय में सहयोग कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फिलहाल राज्य के 15 जिलों के 82 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, लखीसराय, भागलपुर, भोजपुर, खगड़यि, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर और समस्तीपुर जिले शामिल हैं।
रेणु देवी ने कहा कि इन 15 जिलों के 82 प्रखंड में राहत एवं बचाव शिविर चलाए जा रहे हैं। इसी तरह कुल 178 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है, जहां एक लाख से अधिक लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकों का दल भी कैंप कर रहा है और आवश्यकता होने पर लोगों की जांच के साथ ही दवाई भी दी जा रही है। इसके अलावा मवेशियों के लिए भी इंतजाम किए गए है।