बिहार के मुजफ्फरपुर में 12 साल की नाबालिग को गैंगरेप के बाद जिंदा जलाए जाने के मामले में आरोपित की मां समेत छह लोगों को हिरासत में ले लिया है। वहीं 4 नामजद आरोपियों की तलाश जारी है। हैवानियत का यह मामला मुजफ्फरपुर जिले स्थित साहेबगंज के एक गांव से सामने आया है। बुधवार को सामने आए इस मामले में पीड़िता के पिता ने मामला दर्ज करवाया है, पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि साहेबगंज थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ पांच दिसंबर को गांव के ही दो युवकों ने गैंगरेप किया और उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना प्रारंभ कर दिया। पीड़िता के पिता पंजाब में मजदूरी करते हैं। वे जब घटना की जानकाारी मिलने के बाद मंगलवार को गांव पहुंचे तब साहेबगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। दर्ज प्राथमिकी में चार लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
बिहार : मधुबनी में नाबालिग दिव्यांग से हैवानियत, रेप के बाद फोड़ी दोनों आंखें
दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि तीन जनवरी को उनकी बेटी जब घर में अकेले थी, तभी गांव के चार युवक घर में घुस गए और अंदर से दरवाजा बंद कर गैंगरेप किया और उसे जिंदा जला दिया। घर में धुंआ उठता देख गांव के लोग पहुंचकर कुछ समझ पाते तब तक चारों युवक भाग निकले। पीड़िता के पिता का कहना है कि उसकी बेटी का शव भी उन्हे अब तक नहीं मिला है।
दर्ज प्राथामिकी में बताया गया है कि पांच दिसंबर को भी देर रात गांव के ही दो युवकों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था। इस दौरान उन युवकों ने मोबाइल से अश्लील फोटो और वीडियो बना लिया था। अश्लील वीडियो को वायरल करने और हत्या करने की धमकी देकर किशोरी के साथ दुष्कर्म करते थे। यह बात पीड़िता ने अपनी बड़ी बहन को भी बताई थी।
किशोरी ने जब इसका विरोध किया तो 3 जनवरी की सुबह किशोरी को अकेले पाकर घर में घुस गए। सरैया पुलिस उपाधीक्षक राजेश शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस द्वारा मामले में जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।