पटना : युथ फ्रेंड्स ऑफ आनंद के प्रांतीय अध्यक्ष अमिताभ गुंजन चुन्नु एवं प्रांतीय प्रवक्ता पवन राठौर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बिहार सरकार से मांग की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से संदर्भित सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के आलोक में राज्य सरकार पूर्व सांसद आनंद मोहन को पैरोल पर रिहा करे क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय ने जेलों से भीड़ कम करने हेतु सात वर्ष से अधिक की सजा काट चुके कैदियों को पैरोल पर रिहा करने की बात कही है । इस दृष्टिकोण से पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई तो होनी चाहिए क्योंकि शिवहर के पूर्व सांसद आनंद मोहन ने गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी.कृष्णेय्या हत्याकांड में उम्र कैद की सजा के तहत सहरसा मंडल कारावास में 13 वर्षों से अधिक की सज़ा काट चुके हैं।
फ्रेंड्स ऑफ आनंद नेताओं ने कहा कि पैरोल के बाबत फ्रेंड्स ऑफ आनंद का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से मिलता लेकिन लॉकडॉउन के कारण प्रतिनिधिमंडल मिल नहीं पा रहा है इसलिए मीडिया के माध्यम से ही पैरोल पर रिहाई की मांग की जा रही है।
प्रवक्ता पवन राठौर ने कहा कि ऐसे भी पूर्व सांसद आनंद मोहन की सजा लगभग पूरी ही होने वाली है और समर्थकों द्वारा रिहाई की मांग लगातार जोर-शोर से उठायी ही जा चुकी है और आगे भी कोरोना वायरस से उपजे महामारी की स्थिति सामान्य होने के बाद रिहाई के आंदोलन को तेज किया जाएगा।
प्रवक्ता पवन राठौर ने लॉकडॉउन का पूर्ण समर्थन करते हुए बताया कि फ्रेंड्स ऑफ आनंद के साथियों द्वारा लॉकडॉउन का पालन पूरी तरह किया जा रहा है और पूर्व सांसद आनंद मोहन के समर्थकों द्वारा एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाये रखने की अपील भी की जा रही है।