बिहार में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में हारे एक प्रत्याशी को गांव के कुछ दलितों पर अत्याचार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।आरोपी अपनी हार के लिए दलितों को जिम्मेदार मान रहा था। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मामला दक्षिणी बिहार के औरंगाबाद जिले के अम्बा पुलिस थाने का है, जहां के डुमरी पंचायत में ‘मुखिया’ पद पर लड़े बलवंत सिंह की हार हुई थी।
जमीन पर थूकने के बाद उसे चाटने के लिए किया मजबूर
औरंगाबाद सब डिविजन के प्रभारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शिव कुमार राव ने बताया, ‘‘यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से प्रकाश में आया जिसमें आरोपी कथित रूप से कुछ लोगों को जमीन पर थूकने के बाद उसे चाटने के लिए मजबूर करते, जूते से उन्हें मारते और उनकी जाति का संदर्भ देते हुए अपशब्द कहते दिख रहा है।’’
In Aurangabad (Bihar) 2 dalit people forced to lick spit and beaten by Balwant Singh because they didn’t vote for him in Panchayat election. Even after 75 years of independence, this ucs still consider Dalits as their slaves. This freedom is false. #DalitLivesMatter pic.twitter.com/0GBZ3zJ4kv
— Susheel shinde (@Shinde_Voice) December 13, 2021
शराब के नशे में किया हंगामा
उन्होंने बताया कि वीडियो की सामग्री की सच्चाई जांची जा रही है जिसमें आरोपी शिकायत करता नजर आ रहा है कि ‘‘तुम सभी ने मेरी ओर से उपहार में दी गई शराब पी, लेकिन इसके बावजूद मुझे मत नहीं दिया।’’ उल्लेखनीय है कि बिहार में शराब पर पूरी तरह से रोक है। हालंकि, सिंह ने पुलिस को बताया कि वह ‘‘शराब के नशे में हंगामा कर रहे लोगों को दंडित कर रहे थे। उन्होंने (पीड़ितों ने) नशे उतरने के बाद मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।’’ पुलिस ने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है।