बिहार में जैविक खेती को बढ़वा देने के लिए जैविक कॉरिडोर के तहत पटना समेत गंगा से लगे नौ जिलों में जैविक ग्राम बनाया जायेगा। राज्य के कृषि मंत्री डा.प्रेम कुमार ने आज समस्तीपुर शहर के पटेल मैदान मे कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान चौपाल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में जैविक खेती को बढ़वा देने के लिए जैविक कॉरिडोर बनाया गया है जिसके तहत पटना समेत गंगा से लगे 9 जिलों को जैविक ग्राम बनाया जायेगा।
ग्लोबल वार्मिंग के खतरों को देखते हुए सरकार जैविक खेती पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि पटना और भागलपुर समेत गंगा से लगे 9 जिलों मे जैविक खेती के लिए विभाग द्वारा एक विशेष योजना तैयार की गई है। श्री कुमार ने कहा कि किसानों की आय दुगुनी करने का प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी का जो संकल्प है, उसे राज्य की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार पूरा करने को तत्पर है। इसी के तहत बिहार सरकार ने एक लाख 54 हजार करोड़ का तीसरा कृषि रोड मैप तैयार किया है। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम के अनुरूप खेती करने के लिए सरकार समेकित कृषि प्रणाली पर जोर दे रही है।
किसान खेती के साथ-साथ मुर्गी, मछली और गो पालन समेत मशरूम की खेती करे ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके। समस्तीपुर समेत राज्य के 8 जिलों को पायलट योजना के लिए चयनित किया गया है जहां के करीब 10 हजार किसानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा। कृषि मंत्री ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए अब कृषि फीडरों के माध्यम से राज्य के सभी किसानों के खेतों तक सिंचाई की व्यवस्था पहुँचाई जायेगी। वहीं, राज्य में मशरूम की खेती को और बढ़वा देने के लिए सरकार मशरूम को मिड डे मिल कार्यक्रम से भी जोड़ने पर विचार कर रही है। इस अवसर पर एग्रोनोमी के प्रमंडलीय संयुक्त निदेशक मो.नईम असरफ, जिला कृषि पदाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, पी.डी.के सहायक निदेशक कृष्ण कांत झा, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण रविन्द, कुमार महतो समेत अन्य कृषि वैज्ञानिक उपस्थित थे।