बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार में शराबबंदी के बाद पान मसाला पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, जद (यू) के एक विधायक ने शराबबंदी पर ही सवाल उठा दिए हैं। जद (यू) के हयाघाट के विधायक अमरनाथ गामी ने मंगलवार को कहा कि स्वाभाविक है कि किसी चीज पर प्रतिबंध लगाने के बाद उसकी बिक्री बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी करना ही है तो शराब के उत्पादन पर ही प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब देश में शराब के उत्पादन पर ही प्रतिबंध लग जाएगा तो खुद शराब की बिक्री रुक जाएगी। उन्होंने कहा, “प्रतिबंध के बाद शराब की बिक्री बढ़ गई है। अधिक कमाई करने के चक्कर में लोग इस अवैध धंधे से जुड़ रहे हैं और शराब की ब्रिकी बढ़ गई है।”
गामी ने हालांकि यह भी कहा कि वे शराबबंदी के खिलाफ नहीं हैं, परंतु अन्य राज्यों में बिक्री के कारण अवैध तरीके से यहां शराब पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि अब पान मसाला पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस क्या अब पॉकेट में पान मसाला खोजते घूमेगी।
उन्होंने कहा कि पान मसाला आज सभी राज्यों में बेचा जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि शराबबंदी और गुटखाबंदी से बेरोजगारी की समस्या भी उत्पन्न हो रही है। उल्लेखनीय है कि बिहार में तीन दिन पहले ही 13 कंपनियों के पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इससे पहले से ही बिहार में हर प्रकार की शराब प्रतिबंधित है।