पटना : जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार के विपक्ष को जनभावनाओं को समझ कर एक जिम्मेदार एवं रचनात्मक भूमिका के निर्वहन के लिए आगे आना चाहिए। श्री प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी यादव के साथ साथ समस्त विपक्ष दिशाहीनता का शिकार है। क्योंकि उन्हें बदलते बिहार की बहुदलीय लोकतंत्र में विपक्ष से अपेक्षाएँ क्या हैं,या तो विपक्ष इससे अनभिज्ञ है या वह जनभावनाओं के साथ चलने के लिए तैयार नहीं हैं।
1990 से 2005 के मुकाबले बिहार में पिछले पंद्रह वर्षों आए अंतर की व्याख्या करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि उस दौर में जहाँ जातीय गोलबंदी,लोमहर्षक नरसंहारों,फिरौती के लिए किए जा रहे अपहरणों, बंदूक संस्कृति एवं भ्रष्टाचार के माध्यम से बिहार को लोग जानते थे,वही पिछले पंद्रह वर्षों से राज्य में जीडीपी विकास दर,प्रति व्यक्ति आय,सुशासन एवं बेहतर कानून व्यवस्था के लिए चर्चा होने लगी। इस अभूतपूर्व बदलाव का श्रेय निस्सन्देह बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को ही दिया जाना चाहिए।
श्री प्रसाद ने कहा कि आज बिहार में सड़कों का जाल बिछ गया।गाँव गाँव में बिजली पहुँच गया। पुल पुलियों, फ्लाईओवर्स, अत्याधुनिक चिकित्सा व्यवस्था, न्याय के साथ कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण की वजहसे राज्य देश के सर्वाधिक सशक्त प्रांत के रूप में उभर रहा है।