बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने गुजरात में हिंदी भाषी लोगों पर हाल में हुए हमलों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर पर निशाना साधा है। सुशील मोदी ने कहा कि देश के लोग जिस भी राज्य में चाहें उन्हें वहां काम करने का अधिकार है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गुजरात में हिंदी भाषी लोगों पर हमलों के बाद ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर का बिहार दौरा करने का साहस नहीं है।
सुशील कुमार मोदी पिछले महीने कुछ हिंदी भाषी मजदूरों पर कथित रूप से क्षत्रीय ठाकोर सेना के सदस्यों द्वारा हमले के बाद हिंदी भाषी मजदूरों के गुजरात से पलायन का उल्लेख कर रहे थे। क्षत्रीय ठाकोर सेना अल्पेश ठाकोर के नेतृत्व वाला एक संगठन है। वहीं ठाकोर ने सुशील कुमार मोदी पर यह कहते हुए पलटवार किया कि वह वोट प्राप्त करने के लिए गंदी राजनीति में लिप्त होकर समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं।
बिहार कांग्रेस ने अल्पेश ठाकोर से किया किनारा, नहीं दिया न्योता
बीजेपी का आरोप है कि हिंदी भाषी लोगों के खिलाफ लोगों को उकसाने में ठाकोर की भूमिका रही है। लोगों को उकसाने वाला अल्पेश ठाकोर का एक वीडियो भी उस समय सामने आया था। जानकारी के मुताबिक नर्मदा जिले में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का दौरा करने के बाद सुशील मोदी ने कहा, ‘गुजरात में उत्तर भारतीयों के प्रति अल्पेश ठाकोर ने जिस तरह का रवैया अपनाया, उसके बाद वह बिहार में घुसने का साहस नहीं कर सकते।
स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता देनी चाहिए लेकिन यह भी सच है कि यदि बिहारी गुजरात छोड़ देंगे तो राज्य की कंपनियां बंद हो जाएंगी।’ गुजरात में सितंबर के आखिर और अक्टूबर की शुरुआत में हिंदी भाषी प्रवासियों पर हमले की घटनाएं सामने आईं जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग अपने गृह राज्यों बिहार और उत्तर प्रदेश जाने के लिए बाध्य हुए। उन्होंने कहा, ‘लोग कहीं भी जाकर काम करने के लिए स्वतंत्र हैं और उन्हें काम करने से कोई नहीं रोक सकता।