बेगुसराय : सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने बेगूसराय के एकंबा, परोड़ा, नारायणपीपर, ऐजनी, मालपुर, सहुरी, सिंहम चौक, चक्का, बकारी, रमजानपुर, अमारी चौक आदि में जनसंपर्क कार्यक्रमों के जरिए लोगों से संवाद स्थापित किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोगों को ऐसे उम्मीदवारो का समर्थन करना चाहिए जो जो देश के विकास को चंद धन्नासेठों की तिजोरी के पैसे से नहीं बल्कि हर नागरिक को मिलने वाली स्वास्थ्य, शिक्षा आदि से जुड़ी सुविधाओं से परिभाषित करते हैं। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि हमारे देश में झूठ और बेईमानी के दम पर मु_ी भर लोगों के पास करोड़ों मेहनतकशों की कुल संपत्ति से ज़्यादा पैसा जमा हो गया है और जब तक ऐसी स्थिति रहेगी तब तक देश में अमीरी और गरीबी की खाई लोकतंत्र को खोखला बनाती रहेगी। नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले न खाऊंगा न खाने दूंगा का नारा देने के बाद प्रधानमंत्री बनने पर न पकड़ूंगा न पकडऩे दूंगा की नीति अपनाई और यही वजह है कि 2014 के बाद देश में सिर्फ भ्रष्टाचारियों के लिए अच्छे दिन आए हैं।
कन्हैया ने जनसंपर्क कार्यक्रमों के दौरान लोगों से देश को भाजपा की नफरत की राजनीति से बचाने की अपील करते हुए कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान शहीदों ने धर्मनिरपेक्षता, समानता जैसे जिन मूल्यों को बचाए रखने के लिए अपनी जान दे दी आप वही मूल्य संविधान और लोकतंत्र को खतरे में डालने वालों की साजिशों के कारण खतरे में हैं। उन्होंने कहा कि बेगूसराय की धरती हमेशा से सामाजिक सौहार्द की धरती रही है और आज एक बार फिर संविधान को बचाने की लड़ाई में इस जिले को बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। जिस उम्मीदवार ने बेगूसराय आने से ही मना कर दिया थाए उसकी लोकतंत्र और संविधान विरोधी हरकतों के बारे में यहां की जनता को पूरी जानकारी है। बेगूसराय की धरती आत्मसम्मान और संविधान की रक्षा के लिए बड़ी से बड़ी ताकत से टकराने के लिए जानी जाती है और जब बात यहां की मिट्टी के बेटे को बदनाम और परेशान करने से जुड़ी हो तब यहां के लोग सच के साथ खड़े रहने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। जिन्हें बेगूसराय के विकास से कोई मतलब नहीं है, उन्हें यहां की जनता के समर्थन की उम्मीद भी नहीं होनी चाहिए।