पटना, (पंजाब केसरी) :कांग्रेस के पूर्व विधान पार्षद डा.अजय कुमार सिंह ने कहा कि गरीब कल्याण योजना चुनावी जुमला के अलावा कुछ और नहीं है, क्योंकि जहां एक ओर बिहार में डबल इंजन की सरकार मजदूरों का विश्वास बहाल करने में पूरी तरह से नाकाम रही, वहीं दूसरी ओर फिर से लोगों का पलायन शुरू हो गया है।
डा सिंह ने कहा कि बिहार में चुनाव को देखते हुए ही गरीब कल्याण के नाम पर योजना लाकर लोगों को भ्रमित और मजदूरों के साथ हुए जुल्म -अत्याचार की घटनाओं से ध्यान भटकाने का प्रयास है। लॉकडाउन के समय जिस तरह से मजदूरों को अपने घर आने में कठिनाइयों और दुखों का जो पहाड़ टूटा ,उसका वर्णन करने से ही सिहरन हो जाता है । इतना ही नहीं भूख ,बेबसी और तड़प के कारण मजदूरों ने जो कठिनाई झेली है उसके प्रति डबल इंजन की सरकार का मन नहीं पसीजा और मजदूरों को उसके हाल पर ही छोड़ दिया गया। और मजदूरों के लिए ना तो कोई रोजगार की व्यवस्था की गई और ना ही उनके परिवार के जीने के लिए कोई व्यवस्था ही हुई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर सही में गरीबों का कल्याण चाहते हैं तो उन्हें गरीबों के खाते में नगद दस हजार की राशि के अलावा उनको रोजगार के साधन के लिए अलग से बिना किसी सूद और ब्याज के छोटा- मोटा धंधा शुरू करने के लिए और उन्हे आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकार कम से कम एक लाख की राशि उपलब्ध कराये। सिर्फ चुनावी जुमलाबाजी से गरीबों का कल्याण नहीं हो सकता है।