राजधानी के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में आज एक दिवसीय स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया ।इस आयोजन में संस्थान के सभी डिपार्टमेंट अपने अपने तरीके से स्वास्थ शिविर का आयोजन किया। इस स्वास्थ्य मेला में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता के लिए संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।
नाटक के मंचन से स्थानीय लोगों में नियमित जिंदगी में स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता और साफ-सफाई का ध्यान दिलाया गया। इसी क्रम में डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन के स्टाल पर कोरोना वायरस की जानकारी लेने के लिए स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ी। इसके अलावा यहां सैकड़ों मरीजों के हाथ और पैर के झुंझुनी के लिए न्यूरोथेरेपी जांच , बीपी -शुगर और एचबी वन आदि की जांच की गई।
डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ नरेश कुमार ने कहा कि कई लोग कोरोना वायरस से जुड़ी भ्रांति को दूर करने के लिए यहाँ आए ।उन्होंने वायरस पर चर्चा करते हुए बताया कि यह कम प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को जल्द चपेट में लेती है । ह्रदय रोग अस्थमा और मधुमेह के रोगियों इसकी चपेट में जल्द आ जाते हैं । वहीं डॉ मनोज कुमार चौधरी ने बताया की कोरोना जांच के लिए छाती का एक्सरे और मल की जांच की जाती है ।
डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ समीर कुमार ने कहा की आईजीआईएमएस कोरोना वायरस जैसे रोगियों के देखभाल के लिए सक्षम है । स्वास्थ्य मेला की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन को ग्रामीण स्तर पर स्थानीय पीएचसी में लगाया जाने की जरूरत है।