बेगूसराय में हुई फायरिंग की घटना को लेकर बिहार में सियासत अपने चरम पर है। मामले में चारों आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं बीजेपी घटना की जांच सीबीआई और एनआईए से कराने की मांग कर रही है। बीजेपी की इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जहां की घटना है वहां की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शुक्रवार को आरा पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश से जब पत्रकारों ने बीजेपी द्वारा बेगूसराय की घटना की जांच NIA या CBI से कराने की मांग पर सवाल किया तो वह भड़क गए और कहा कि जहां की घटना है वहां की पुलिस को जांच करनी चाहिए। वे जांच कर ही रहे हैं। जिन लोगों को पकड़ा गया है वही सारी बात बताएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने बेगूसराय घटना को बताया आतंकवादी हमला
केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता गिरिराज सिंह बेगूसराय घटना को लेकर लगातार महागठबंधन वाली सरकार पर हमलावर हैं। आज घटना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ 10 लोगों पर फायरिंग की घटना नहीं थी, इसने सरकार का चेहरा भी बेनकाब कर दिया…यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सिर्फ लोगों पर फायरिंग नहीं बल्कि एक आतंकवादी हमला था। मेरी मांग है कि इसकी जांच एनआईए या सीबीआई से होनी चाहिए।
बेगूसराय में क्या हुआ?
बता दें कि मंगलवार देर शाम बेगूसराय में चारों आरोपी बाइक पर बैठकर नेशनल हाइवे 28 से गुजर रहे थे और उनके रास्ते में जो भी व्यक्ति आ रहा था , वो उसपर गोली चला दे रहे थे। बदमाशों ने 10 लोगों को गोली मारी थी, जिसमें से 31 साल के चंदन कुमार की मौत हो गई थी। आरोपियों ने तकरीबन 30 किमी तक तांडव मचाया।
हालांकि, रास्ते में बदमाश चार थाना इलाके से गुजरे थे, लेकिन उन्हें कोई पुलिसवाला गिरफ्तार नहीं कर पाया था। जिसके बाद नीतीश सरकार ने जिम्मेदार सात पुलिसकर्मियों को इस मामले में सस्पेंड कर दिया था। डीआईजी ने इस मामले में अपराधियों की जानकारी देने वाले को 50 हजार रुपये इनाम का भी ऐलान किया था।