बिहार के भागलपुर जिले में हुए ब्लास्ट को लेकर पुलिस जांच जुटी है। पुलिस इस धमाके को लेकर सभी कनेक्शनों को खंगाल रही है। इस बीच, इस मामले के आरोपी मोहम्मद आजाद के तीन दिनों की रिमांड मिल जाने के बाद पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में इस विस्फोट के पूरे मामले का पदार्फाश हो जाएगा।
भागलपुर के काजवलीचक के एक घर में तीन मार्च की रात हुए विस्फोट की घटना में 15 लोगों की मौत हो गई थी जबकि दो से तीन घर क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस मामले के मुख्य आरोपी मोहम्मद आजाद ने तीन दिन पूर्व कोर्ट में समर्पण कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट से आजाद की रिमांड मांगी। कोर्ट ने मुख्य आरोपी को तीन दिनों की रिमांड दी है।
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इधर, पुलिस अब इससे पूछताछ प्रारंभ कर दी है। भागलपुर के पुलिस अधीक्षक बाबू राम भी विशेष जांच टीम के अधिकारियों के साथ बैठक की है। उन्होंने बताया कि पुलिस अवैध पटाखा को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है। भागलपुर के हबीबपुर के सरदारपुर में मंगलवार को पुलिस ने छापेमारी कर 1745 कॉर्टन पटाखा जब्त किया है।
पुलिस अधीक्षक (नगर) स्वर्ण प्रभात ने बताया कि एक ट्रांसपोर्ट एजेंसी के गोदाम में छापेमारी कर उक्त पटाखे जब्त किए गए हैं। जिस ट्रांसपोर्ट एजेंसी के गोदाम से पटाखा बरामद किया गया है उसका मालिक राजस्थान का रहने वाला बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोदाम में अवैध तरीके से पटाखे का भंडारण किया गया था।
BJP को ब्लास्ट के पीछे साजिश की आशंका
भागलपुर ब्लास्ट पर बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि पटाखा विस्फोट से तीन मंजिला इमारत नहीं गिर सकती है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन होना चाहिए और वृहद जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि यह मामला किसी वृहद साजिश का नतीजा भी हो सकता है। इधर, पुलिस मृतक या पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों की कुंडली भी खंगालने में जुटी है। पुलिस को आशंका है कि कहीं इस विस्फोट में पत्थर तोड़ने में प्रयुक्त होने वाले विस्फोटक तो नहीं है।