बिहार में वन्य जीव के खाल तस्करों को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, जानिए इसके पीछे किसका हाथ

बिहार में वन्य जीव के खाल तस्करों को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, जानिए इसके पीछे किसका हाथ
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बिहार के नेपाल सीमा से सटे पूर्वी चंपारण जिला रक्सौल के मिर्चा पट्टी से बरामद वन्य जीवों के खाल के साथ गिरफ्तार दुकानदार का अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन सामने आया है। सुत्रों सें मिली जानकारी के अनुसार वाइल्ड लाइफ दिल्ली के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करके बताया कि बिहार के वाल्मीनगर टाइगर रिर्जव के साथ नेपाल के चितवन राष्ट्रीय निकुंज के अलावा अन्य वन्य क्षेत्र में यह गिरोह सक्रिय है,जो दुर्लभ वन्य जीवों का शिकार कर उसके खाल और उसके शरीर के अन्य अंगों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेचते है। इस पुरे कारोबार को करने के लिए इन तस्करों ने सुगम मार्ग नेपाल का सहारा लेते है।
इस गिरोह का संचालन रक्सौल के पिता पुत्र कर रहे थे 
दरआसल बताया जा रहा है की गुरुवार की रात वाइल्ड लाइफ की टीम ने पूर्वी चंपारण के वन्य अधिकारियों के साथ रक्सौल के एक दुकान में छापेमारी किया तो पता चला कि इस दुकान में वन्य प्राणी के प्रतिबंधित खाल सहित अन्य पशुओं के प्रतिबंधित खाल, नाखून, सिंग आदि बरामद किया गया। बताया जा रहा है की जड़ी बुटी दुकान के आड़ में इस गिरोह का संचालन रक्सौल के पिता पुत्र कर रहे थे।
जिसका सत्यापन किया जा रहा है
इस मामले को लेकर मोतिहारी डीएफओ आरके शर्मा ने कहा की छापेमारी में जड़ी बुटी दुकान से बाघ के खाल का टुकड़ा, गेहूंअन सांप का केंचुल हिरण खाल का टुकड़ा, ब्लैक कोरल, बारहसिंगा का सिंग का टुकड़ा, हत्था जोड़ी का खाल, रस्सीनुमा हिरण के खाल का टुकड़ा, शेर का नाखुन, प्रतिबंधित शंख,सियार का खाल, कस्तूरी आदि बरामद किया गया जिसका सत्यापन किया जा रहा है।
गिरफ्तार तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया
बहराल आपको बता दें की वाइल्ड लाइफ टीम के एक सदस्य ने बताया कि विगत दिनों तेंदुआ के खाल के साथ एक तस्कर को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया। जिसने बताया कि वह बिहार के रक्सौल के चर्चित मास्टर साहब की जड़ी बुटी दुकान से उसे खरीदा था। जिसके बाद दिल्ली से टीम मोतिहारी पहुंची और उसके बाद तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसमे विवेकानंद सिन्हा उसके पुत्र प्रयाग रंजन व भूलन साह शामिल है। हालांकी गिरफ्तार तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया।

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