विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में दलबदलू की नीति ज़ोरो पर है। राज्य के पूर्व मंत्री श्याम रजक की 9 साल बाद आज राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में वापसी की तो वहीं पार्टी के तीन निष्काषित विधायकों ने सत्तारुढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का हाथ थामा।
आरजेडी के पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी, महेश्वर यादव और फराज फातमी जेडीयू में शामिल हो गए। जेडीयू में शामिल होने वाले पर विधायकों ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल में गरीबों की जगह नहीं थी। वहां पर बड़े-बड़े पूंजीपतियों की जगह हो गई थी और परिवार की पार्टी बना लिया था, कल मुझे निष्कासित कर दिया गया।
जेडीयू में शामिल हुए महेश्वर यादव ने कहा कि 4 साल पहले भी निष्कासित किया जा सकता था लेकिन जब उन्हें पता चला आज जनता दल यूनाइटेड में ज्वाइन करने वाला हूं तब निष्काषित किया गया, मैंने नीतीश कुमार के काम को देखा और पूरे हृदय से पार्टी को ज्वाइन किया।
आरजेडी के मुख्य महासचिव आलोक मेहता ने रविवार शाम अपने 3 विधायकों 6 साल के लिए निष्कासित करने का ऐलान किया। इन विधायक पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। जेडीयू से बर्खास्ती के बाद बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने सोमवार को विधायक पद से इस्तीफा दिया। पार्टी में अपनी उपेक्षा के कारण पिछले कुछ दिनों से श्याम रजक नाराज थे।