बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को बाढ़ प्रभावित गोपालगंज और दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा दरभंगा में एक राहत शिविर का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री राज्य के सर्वाधिक प्रभावित गोपालगंज और दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण किया तथा गोपालगंज के कई तटबंधों का भी मुआयना किया। इस क्रम में मुख्यमंत्री पुहिया, राजघाट ब्रिज, कोल्हुआघाट ब्रिज, कंकरघाट ब्रिज, बुनियादपुर, मझरिया, बरियाहीघाट ब्रिज, हथौरी ब्रिज, बरछिया, हायाघाट, एकमीघाट तथा बिरनी में तटबंधों का हवाई सर्वेक्षण किया।
करीब डेढ घंटे तक हवाई सर्वेक्षण के बाद दरभंगा में मखनाही उच्चतर स्कूल में बनाए गए आपदा राहत केंद्र और सामुदायिक किचन का मुआयना किया। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से बात की और उनकी समस्याओं को सुना।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शिविर में रह रहे सभी लोगों का एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के निर्देश देते हुए कहा कि लोगों की अच्छी तरह से देखभाल भी जाए। उन्होंने लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काढ़ा की व्यवस्था करने पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने रसोईघर, चिकित्सकीय सुविधाओं, आवासित कमरों का भी जायजा लिया तथा भोजन की गुणवत्ता को भी देखा। मुख्यमंत्री ने बच्चों के बीच बिस्कुट भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने न्यू बस स्टैंड रोड, दिल्ली मोड, दरभंगा के पास मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन भवन के कार्य में लगे लोगों को कहा कि मास्क पहनने की नसीहत भी दी तथा यहां नि:शुल्क मास्क का वितरण भी कराया।
उन्होंने कहा कि काम करते वक्त भी लोग मास्क का जरूर प्रयोग करें, इससे वो खुद भी सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकेंगे। हवाई सर्वेक्षण में मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव दीपक कुमार एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार भी थे।