बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत प्रदेश के 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी निगरानी और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ कोविड-19 को लेकर चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए बुधवार की सुबह सात बजे से मतदान जारी है। नेता लोग भी मतदान कर रहे है। इसी दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार वोट डालने के दौरान कमल के फूल की प्रिंट वाला मास्क पहने एक मतदान केंद्र पहुंचने पर विवादों में आने के बाद अब सफाई दी है। इधर, निर्वाचन आयोग ने भी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। कुमार गया शहर से भाजपा के उम्मीदवार हैं और वे इस सीट से छह बार चुने गए हैं।
कृषि मंत्री प्रेम कुमार बुधवार को गया के स्वराजपुरी के रोड नंबर 120 स्थित मतदान केंद्र अपना वोट डालने साइकिल से पहुंचे थे। प्रेम कुमार ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, लेकिन इस दौरान उन्होंने कमल छाप वाला मास्क पहना रखा था। उन्होंने मतदान के दौरान भी इसे नहीं निकाला और कमल छाप का निशान का मास्क लगाकर ही वोट दिया। इसके बाद यह मामला विवादों में आ गया। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप पर निर्वाचन विभाग ने गया के डीएम को उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
इधर, बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने कहा कि अगर कोई भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करता है, तो कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि गया के अधिकारी इस मामले को देख रहे हैं। इधर, मंत्री प्रेम कुमार ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि गलती से ऐसा हो गया। उन्होंने कहा कि ऐसी उनकी कोई मंशा नहीं थी। उन्होंने कहा, ”मेरी ऐसी कोई मंशा नहीं थी और मुझे किसी ने इस तरफ ध्यान भी नहीं दिलाया। अधिक व्यस्तता के कारण भाजपा का मास्क पहन के मैं वोट देने चला गया था।” बिहार में 16 जिलों की 71 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं जबकि दो और चरण की वोटिंग 3 और 7 नवंबर को होनी है। बिहार चुनाव के बाद मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी।