हर जाते हुए दिन के साथ लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे है ऐसे में बड़ी राजनीतिक उथल – पुथल होना कोई नई बात नहीं है। नेताओ का पार्टियों से जाना और वापसी करना का ये सही समय होता है। दिग्गज से दिग्गज राजनीति के धुरंदर भी इन दिनों समीकरणों का सही आकंड़ा नहीं लगा पाता और नतीजे बहुत ही चौकाने वाले होते है।
पहले रणवीर नंदन ने इस्तीफा दिया
बिहार की राजनीति में भी जिस दिन से सरकार बनी उसी समय से बड़े बदलाव देखने को मिलते रहते है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी का एक के एक नेता दामन छोड़ रहे है। कुछ दिन पहले रणवीर नंदन ने इस्तीफा दिया था तो अब जेडीयू नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष ने ललन पासवान ने ललन सिंह को अपना त्याग पत्र भेजा।
इस्तीफे की ये थी वजह
ललन पासवान के इस्तीफा देने की वजह भी सामने आ गई है। उन्होंने ने एक पत्र के जरिए कहा , बिहार में आतंक और गुंडाराज स्थापित करने वाले लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल से समझौता करने के बाद दलितों की हत्या, बलात्कार और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं और इसकी रोकथाम की दिशा में राज्य सरकार की ओर से कोई कठोर कदम नहीं उठाए जाने के विरोध में मैं जनता दल यू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।