विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के राजनीतिक दलों में हलचल तेज है। बिहार की मौजूदा एनडीए सरकार से लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने खुद को अलग कर लिया है। वहीं राज्य बीजेपी उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने मंगलवार को लोजपा में शामिल हो गए। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान की उपस्थिति में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली।
लोजपा में शामिल होने से पहले राजेंद्र सिंह ने जेडीयू से तालमेल के बाद दिनारा विधानसभा सीट पार्टी को नहीं मिलने पर इस क्षेत्र से लोजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, दिनारा क्षेत्र की जनता के दबाव में वह इस क्षेत्र से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। क्षेत्र के लोग उनपर चुनाव लड़ने के लिए पुरजोर दबाव बनाए हुए हैं। लोगों के बेशुमार प्यार को वह दरकिनार नहीं कर सकते। ऐसे में उन्होंने हर हाल में इस क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। इस संबंध में लोजपा से बात भी हो गई है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और बीजेपी के बीच सीटों के तालमेल के तहत यह सीट जदयू के खाते में चली गई है। इस क्षेत्र से जदयू के मौजूदा विधायक और मंत्री जय कुमार सिंह को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है।
वर्ष 2015 में बीजेपी जब जदयू से अलग होकर विधानसभा चुनाव मैदान में उतरी थी तब भी इस सीट से राजेंद्र सिंह ही बीजेपी के उम्मीदवार थे और वह जदयू प्रत्याशी जय कुमार सिंह से लगभग 27 वोट से हार गए थे। राजेंद्र सिंह वर्ष 1983 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गए थे। वर्ष 2004 में वह बीजेपी से जुड़े और उन्होंने वाराणसी में संगठन मंत्री का दायित्व संभाला। इसके बाद वर्ष 2013 में झारखंड के प्रदेश संगठन महामंत्री बने।