राजधानी पटना के समीप एक ईलाके में बालू माफियाओं के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो गई, जिसमें बालू माफियाओं के दो गुटों में खनन को लेकर जंग हो गई, दोनों गुटों के बीच गोलिया चलने लगी। कानून को ताक पर रख कर माफियाओं के गुर्गों एक -दूसरे पर ताबड़तोड़ गोलिया चलाने लगे, बताया जा रहा हैं इस घटना में पांच लोगों की हत्या हो गई हैं। इसमें बालू माफिया मोस्टवांटेड मनेर के गोरैया स्थान निवासी शत्रुघ्न राय, व्यापुर निवासी दो एवं दो बिहिया दो मजदूरों का नाम सामने आ रहा है। कई लोगों के घायल होने की बात आ रही है। लेकिन पुलिस ने इस घटना की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की हैं, बिहार पुलिस इस मामले को लेकर गहनता से जांच कर रही हैं। इस खूनी जंग की सूचना मिलने पर जनपद का पुलिस अमला पहुंच गया, जिसके बाद घटना वाले ईलाके को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया गया।
कुख्यात बदमाश के मारे जाने की सूचना
घटना दियारा ईलाके में घटी हैं, जंहा सोननदी में सरकार की नाक के नीचे रसूखदार पेशेवर लोग नदी का सीना चीरते हैं। लेकिन इस अवैध खनन के कारण काफी बड़ी मात्रा में सरकार का राजस्व घाटा होता हैं। घटना के करीब गांव के लोगों ने बताया की इस लड़ाई में करीब सात लोगों की हत्या की गई हैं। जबकि घायलों का गुपचुप तरीके से अस्पताल में इलाज कराया जा रहा हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया हैं की जब तक किसी भी व्यक्तिक का शव मिल नहीं मिल जाता तब तक इस मामले की पुष्टि नहीं की जा सकती हैं। इस वर्चस्व की जंग में एक कुख्यात व्यक्ति की हत्या हो गई हैं।
आपको बता दे की बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही सुरक्षा व्यवस्था की हालात असंतोषजनक हो गई हैं। बिहार में इस मामले में भी सियासत भी जोर पकड़ सकती हैं।
दियारा का दुर्गम इलाका हैं सोननदी के खनन वाली जगह
खनन वाली जगह दुर्गम वाला इलाका हैं, अक्सर वहां जाने राज्य का पुलिस अमला भी कतराता हैं। घटना वाली जगह से भारी मात्रा में गोलियों के खोखे व खून के धब्बे मिले हैं। लोगों में भय का माहौल बना हुआ हैं। खनन माफियाओं के भय के कारण लोगों कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं है।