बिहार में पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान के बीच आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वाल्मीकिनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। रैली में आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव की तारीफ करते हुए राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, लॉकडाउन और नोटबंदी का लक्ष्य एक ही था। उन्होंने कहा कि नोटबंदी में आपके पॉकेट से पैसा निकालकर देश के पांच बड़े उद्योगपतियों को दे दिया और लॉकडाउन में भी छोटे और मध्यम दर्जे के व्यापारी का व्यापार बंद हो गया और इसकी आड़ में उद्योगपतियों के कर्जे माफ कर दिए गए।
कांग्रेस नेता ने कहा, देश में और बिहार में बेरोजगारी के लिए नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री को दोषी बताते हुए कहा कि बिहार के लोगों को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, बेंगलुरु में रोजगार मिलता है, लेकिन बिहार में नहीं मिलता, क्योंकि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की कमी है।
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उन्होंने कहा कि बिहार के किसान और युवा मेहनती हैं, यही कारण है कि अंग्रेजों को भगाने के लिए महात्मा गांधी ने सबसे पहले बिहार के चंपारण आए थे। कांग्रेस नेता ने राजग के नेताओं पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए सभा में आए लोगों से कहा, ”कुछ साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आए थे और कहा था कि ये गन्ने का इलाका है, चीनी मिल चालू करूंगा और अगली बार आऊंगा तो यहां की चीनी चाय में मिलाकर पिऊंगा। चाय पी क्या आपके साथ?”
राजद के नेता तेजस्वी यादव की तारीफ करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस, राजद और कई अन्य पार्टियों के साथ महागठबंधन में चुनाव लड़ रही है। महागठबंधन के युवा नेता खड़े हैं। नया विजन देना चाहते हैं। युवाओं को रोजगार देना चाहते हैं। उन्होंने महागठबंधन को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि राजग के लोग झूठ बोलते हैं। पहले 2 करोड़ रोजगार की बात कही थी। राहुल ने कहा कि अब अगर पीएम मोदी यहां आकर 2 करोड़ रोजगार की बात बोल दें तो शायद भीड़ उन्हें भगा देगी।