बिहार में जाति आधारित गणना पर पटना उच्च न्यायालय के रोक के बाद राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने दावा किया है कि जातीय गणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और यह होकर रहेगी।
जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की माँग है और यह हो कर रहेगा। BJP बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है?
जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊँच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है।
देश की जनता जातिगत जनगणना पर…
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 5, 2023
राजद अध्यक्ष प्रसाद ने शुक्रवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि जातीय जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और यह हो कर रहेगा। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि भाजपा बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है?
राजद अध्यक्ष ने आगे लिखा कि जो जातीय गणना के विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊंच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है। लालू प्रसाद बोले कि देश की जनता जातिगत जनगणना पर भाजपा की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है।
उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार द्वारा राज्य में कराई जा रही जातीय गणना पर गुरुवार को उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। लालू प्रसाद इन दिनों पटना में हैं। दो दिन पहले वे राजद के विधायकों से भी मिले थे। बिहार में जाति आधारित गणना का कार्य चल रहा था। पहले चरण में मकानों की गिनती हुई थी, जबकि दूसरे चरण की गिनती जारी थी। इस महीने यह कार्य पूरा होना था।