बिहार सरकार ने लोकआस्था के महापर्व छठ की छुट्टी बढ़ाने की शिक्षकों की बड़ी मांग को बुधवार को मान लिया है। सरकार ने छठ महापर्व में शिक्षकों की छुट्टी को एक दिन और बढ़ा दिया है। आपको बता दें कि छठ महापर्व पूरे चार दिनों तक मनाया जाता है। इसमें पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य और उसके अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है।
शिक्षा विभाग ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है। शिक्षा विभाग माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने अपने आदेश में कहा, राज्य के राजकीय, राजकीयकृत एवं अल्पसंख्यक सहायता प्राप्त उर्दू, प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वर्ष 2024 के लिए निर्धारित अवकाश के अतिरिक्त छठ पर्व को ध्यान में रखते हुए खरना के लिए 6 नवंबर को अवकाश घोषित किया जाता है।
इस आदेश के बाद अब सरकारी विद्यालयों में छह नवंबर से नौ नवंबर तक अवकाश रहेगा। पहले छठ को लेकर सात नवंबर से नौ नवंबर तक अवकाश था। इसके बाद शिक्षक संघ ने विरोध किया था। संघ का कहना था कि पांच नवंबर से नहाय-खाय के साथ छठ की शुरुआत हो रही है और खरना के दिन विद्यालयों में छुट्टी नहीं रहने के कारण छठ पर्व करने वाले शिक्षकों के लिए परेशानी होगी।
शिक्षक संघ के नेताओं ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी भी लिखी थी। शिक्षक संगठनों का कहना था कि पूर्व में अब तक आजादी के बाद से बिहार के सरकारी विद्यालयों में दीपावली से छठ तक लगातार छुट्टी का रिवाज रहा है। शिक्षक संघ 31 अक्टूबर से 9 नवंबर तक की छुट्टी की मांग कर रहे थे। वैसे, कई शिक्षक संघ एक दिन छुट्टी बढ़ाने के बाद भी संतुष्ट नहीं है। इससे पहले बुधवार को शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस मांग पर विचार करने की बात कही थी।
दीपावली में 31 अक्टूबर को 1 दिन की छुट्टी निर्धारित की गई है। चित्रगुप्त पूजा और भैया दूज में के लिए 3 नवंबर को छुट्टी की गई। हालांकि 3 नवंबर रविवार है इसलिए दोनों हिसाब से शिक्षकों को उस दिन के लिए राहत है। तालिका के अनुसार छठ पूजा के को लेकर 7, 8 और 9 नवंबर को छुट्टी दी गई थी, लेकिन सरकार की तरफ से छठ के खरना के दिन 6 नवंबर (बुधवार) भी छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। कुल मिलाकर कहें तो शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है।