पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि 40 लाख की फिरौती के लिए बिहटा के स्कूली छात्र की हत्या, गोपालगंज के शिवम के अपहरण के दो दिन बाद हत्या, तीन दिन पहले मीरगंज के खरगी छाप गांव के सीएसपी संचालक विक्की की हत्या, मुजफ्फरपुर के कांटी से होमियोपैथिक चिकित्सक एस पी सिंह के बेटे का 30 लाख की फिरौती के लिए अपहरण, छपरा के जमीन कारोबारी का अपहरण और राजद के बडे़ नेता के रिश्तेदार के द्वारा 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की घटनाएं कानून-व्यवस्था की नंगी सच्चाईयां व्यक्त कर रही हैं। पटना के बिहटा (कन्हौली) के शिक्षक के इकलौते पुत्र की हत्या पुलिस की लापरवाही और अनदेखी का नतीजा है। इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई संदेह-सवालों के घेरे में है। इस लोमहर्षक घटना में पुलिस अन्य आरोपितों की भी तलाश और उसके खिलाफ कार्रवाई करें। सरकार स्पीडी ट्रायल चला कर दोषियों को सख्त सजा दिलाने के साथ पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दें।
उन्होने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के महज 7 महीनों में ही राजद राज की तरह फिरौती के लिए अपहरण उद्योग का शक्ल अख्तियार कर लिया है। विगत एक माह में रंगदारी-फिरौती के लिए अपहरण और हत्या की दर्जन-भर घटनाओं से न केवल कानून का राज तार-तार हुआ है, बल्कि आम लोगों में भय और दहशत भी व्याप्त हो गया हैं।