बिहार के नवादा जिले के थालपोश गांव में पुलिस और एसडब्ल्यूएटी (विशेष रणनीति और हथियार) की संयुक्त टीम ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। नवादा के एसडीपीओ मुकेश साहा ने बताया कि स्थानीय मुखबिर की सूचना पर छापेमारी की गई। एसडब्ल्यूएटी और नवादा पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गांव में छापा मारा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। साहा ने कहा, हमने अब तक एक छापे में सबसे अधिक साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से तीन लैपटॉप, तीन दर्जन से ज्यादा मोबाइल फोन, एक मोटर बाइक और अन्य उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
कुछ अपराधी भागने में रहे सफल
एसडीपीओ ने बताया हमें पता चला कि बड़ी संख्या में साइबर अपराधी हर दिन थालापोश गांव में अपराधों को अंजाम देने के लिए इकट्ठा होते हैं। हमने नवादा के एसपी को सूचित किया और दो पुलिस स्टेशनों के पुलिस कर्मियों और एक स्वाट टीम की एक बड़ी टीम का गठन किया। हमने गांव पर छापा मारा। जालसाज गांव की कृषि भूमि पर जमा हो गए थे। पुलिस को देखकर वे तितर-बितर हो गए। हमने उनका पीछा किया और उनमें से 33 को पकड़ने में कामयाब रहे। पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि कुछ साइबर अपराधी मौके से भागने में सफल रहे। वे अपराध को अंजाम देने के लिए कृषि क्षेत्र में वर्चुअल कॉल सेंटर चला रहे थे।
आम लोगों के फोन पर भेजते थे लिंक
पुलिस अधिकारी ने बताया कि संक्षिप्त पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि चूंकि गांव में मोबाइल टावरों के सिग्नल मजबूत हैं। इसलिए वे अपराध को अंजाम देने के लिए वहां इकट्ठा होते थे। कार्यप्रणाली के अनुसार, वे मोबाइल नंबरों पर संदेश और लिंक भेजते थे और उसके बाद आम लोगों को लक्षित करने के लिए कॉल करते थे। अगर किसी ने उन लिंक्स का जवाब दिया तो वे उन्हें ठग लेते थे।