BREAKING NEWS

भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले पर ब्रिटेन के सचिव ने कहा- 'ये अस्वीकार्य है'◾पुलिस बूट से कूचलकर मारने पर नवजात शिशु की मौत, 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज◾PM मोदी के खिलाफ पोस्टर कार्रवाई को लेकर AAP ने जताया ऐतराज, आज धरना देंगे केजरीवाल◾आरिफ से दूर ले जाया गया सारस,यूपी पक्षी विहार से हुआ गायब◾अष्टमी और नवमी: चैत्र नवरात्रि में कब है अष्टमी और नवमी जानें सही तिथि◾AAP और BJP के बीच शुरू हुआ नया विवाद, CM केजरीवाल के खिलाफ लगे पोस्टर में लिखा- तानाशाह ◾कांग्रेस नेता ने CBI को लिखा पत्र,शाह के कोनराड संगमा सरकार को भ्रष्ट बताने वाले बयान की जांच की मांग की◾ED दिल्ली आबकारी नीति मामले में दूसरे पूरक आरोप पत्र के लिए तैयार, जुटाए कुछ और अहम सबूत◾दुबई से लाया Duty Free शराब, फ्लाइट में ही बनाने लगा पैग, अनुचित व्यवहार करने पर दो लोग गिरफ्तार◾PM मोदी ने डॉ. लोहिया की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की, कहा- दूरदृष्टि को साकार करने के लिए कर रहे हैं कड़ी मेहनत◾कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के चेक-पोस्ट पर 1.90 करोड़ नकदी की गई जब्त◾आज का राशिफल (23 मार्च 2023)◾राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कुमार मंगलम बिरला, एसएम कृष्णा समेत इन दिग्गजों को पद्म पुरस्कार से नवाजा, देखें लिस्ट ◾मुकेश अंबानी सबसे अमीर भारतीय, गौतम अडाणी अरबपतियों की लिस्ट में 23वें स्थान पर खिसके◾भारत के कड़े रूख के बाद हरकत में आई ब्रिटेन सरकार, भारतीय उच्चायोग के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा ◾कर्नाटक में भाजपा को बड़ा झटका, पूर्व मंत्री बाबूराव चिंचानसुर ने थामा कांग्रेस का दामन ◾सेना में जेएजी पद पर भर्ती के लिए विवाहितों को अपात्र घोषित करना तर्कपूर्ण: केन्द्र ने कोर्ट से कहा◾दिल्ली में फिर हिली धरती, रिक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई तीव्रता ◾झारखंड विधानसभा में BJP नेता ने कुर्ता फाड़ा, CM हेमंत सोरेन ने कहा भाजपाइयों ने सदन की गरिमा तार-तार कर दी◾Gang-rape Case: बिलकिस बानो के दोषियों को सुप्रीम झटका, समयपूर्व रिहाई के खिलाफ की जाएगी सुनवाई ◾

Bihar News : बिहार के दो जिलों में खेतों और फसलों में माइक्रोप्लास्टिक मिलने से बढ़ी चिंताए

बिहार के दो जिलों में खेतों एवं फसलों में माइक्रो-प्लास्टिक की मौजूदगी मिलने से पर्यावरणविदों की चिंताएं बढ़ गई हैं क्योंकि इनकी मौजूदगी कई बीमारियों को जन्म दे सकती है।बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (बीएसपीसीबी) के अध्यक्ष अशोक कुमार घोष ने पीटीआई-भाषा से कहा कि हाल के अध्ययनों से बिहार के दो जिलों- भागलपुर और बक्सर में खेतों के साथ-साथ फसलों में माइक्रोप्लास्टिक की उपस्थिति का पता चला है। यह गंभीर चिंता का विषय है ।

पर्यावरण में प्लास्टिक प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत 

उन्होंने कहा कि जल्द ही इन दोनों जिलों में कृषि भूमि में माइक्रोप्लास्टिक की उपस्थिति का आकलन करने के लिए एक अध्ययन किया जाएगा। माइक्रोप्लास्टिक 5 मिलीमीटर से कम व्यास की प्लास्टिक सामग्री हैं जिन्हें पर्यावरण में प्लास्टिक प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत माना जाता है।पर्यावरण में जमा होने वाले प्लास्टिक कचडे को भौतिक, रासायनिक या जैविक क्रिया के तहत छोटे टुकड़ों और कणों में तोड़ दिया जाता है और धीरे-धीरे माइक्रोप्लास्टिक का निर्माण होता है।

 माइक्रोप्लास्टिक मानव शरीर की रक्त कोशिकाओं में प्रवेश 

घोष ने कहा कि प्लास्टिक के व्यापक उपयोग के कारण माइक्रोप्लास्टिक एक वैश्विक पर्यावरणीय मुद्दा बन गया है। प्लास्टिक मल्चिंग, सीवेज सिंचाई एवं उर्वरक कोटिंग जैसी मानवीय गतिविधियों के कारण मिट्टी माइक्रोप्लास्टिक का सबसे बड़ा भंडार बन जाती है।माइक्रोप्लास्टिक और नैनोप्लास्टिक्स विभिन्न माध्यम जैसे नल का पानी, बोतलबंद पानी, समुद्री भोजन, पेय पदार्थ, दूध, नमक, फल और सब्जियों के जरिये मनुष्यों के संपर्क में आते हैं।उन्होनें कुछ रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि माइक्रोप्लास्टिक मानव शरीर की रक्त कोशिकाओं में प्रवेश कर सकते हैं जो अंग विषाक्तता और खराब उपापचय गतिविधियों का कारण बन सकता है जिससे कैंसर रोग हो सकते हैं। माइक्रोप्लास्टिक का सेवन बांझपन, मोटापा, कैंसर जैसी बीमारियों से भी नजदीकी से जुड़ा हुआ है।

कृषि मिट्टी में माइक्रोप्लास्टिक की उपस्थिति के प्रतिकूल प्रभाव

पटना स्थित महावीर कैंसर संस्थान के अनुसंधान केंद्र के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर घोष ने कहा कि माइक्रोप्लास्टिक और नैनोप्लास्टिक दोनों ही प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र में सर्वव्यापी हैं।कृषि मिट्टी में माइक्रोप्लास्टिक की उपस्थिति के प्रतिकूल प्रभाव के बारे में बताते हुए घोष ने कहा कि माइक्रोप्लास्टिक और नैनाप्लास्टिक को लेकर अधिक अध्ययन की जरूरत है क्योंकि यह मनुष्यों को प्रभावित करता है।केंद्र ने एक जुलाई से एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस पर घोष ने कहा कि लोगों को भी आगे आना चाहिए और इसे लागू करने वाली एजेंसियों का समर्थन करना चाहिए।