बिहार विधानसभा चुनाव के पहले नेता राजद बेरोजगारी को मुद्दा बनाने में जुटी है। इसी के तहत बुधवार की रात नौ बजे बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके दोनों पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव और तेजप्रताप यादव के साथ लाइट बंद कर लालटेन जलाई।राजद कार्यालय में भी कार्यकर्ताओं ने नौ बजे नौ मिनट तक लाइट बंद कर 'लालटेन' और मोमबत्ती जलाई।
इस मौके पर तेजस्वी ने कहा कि बेरोजगारी देश की सबसे बड़ी समस्या है। बिहार में कोरोना संक्रमण के काल में घर लौटे लोगों को नीतीश सरकार रोजगार उपलब्ध कराने में विफल रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा, वे कहते हैं कि अब बिजली और एलईडी आ गई तो लालटेन का क्या काम है। लेकिन, उन्हें यह भी जानना चाहिए अब तो मिसाइल आ गई है, अब 'तीर' का क्या काम है।"
उल्लेखनीय है कि 'तीर' जदयू का जबकि 'लालटेन' राजद का चुनाव चिह्न् है। तेजस्वी ने कहा कि आज बेरोजगार युवकों के जीवन में अंधेरा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जब युवकों के पास रोजगार ही नहीं होगा, तो वे आत्मनिर्भर कहां से बनेंगे?
इधर, राजद कार्यालय में भी कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और मोमबत्ती, लालटेन और दीए जलाए गए। राजद के नेता और कार्यकर्ता अपने घरों की लाइट बंद कर मोमबत्ती जलाई। इससे पहले तेजस्वी ने कहा, " बेरोजगार युवकों और कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने बुधवार की रात नौ बजे नौ मिनट तक दीया, लालटेन या मोमबत्ती जलाने का आह्वान किया है, जिसे उनकी पार्टी समर्थन दे रही है।"
इधर, राजद के इस लालटेन जलाओं अभियान पर भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि राजद को चुनाव में कोई मुद्दा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आज केंद्र और बिहार सरकार ने मिलकर राज्य में जो विकास किया है उससे राजद के सभी मुद्दे समाप्त हो गए। उन्होंने कहा, "राजद के 'युवराज' अब इस स्थिति में अपने लिए रोजगार ढूंढ रहे हैं, इस कारण अब ऐसे टोटकेबाजी कर रहे हैं।"