बिहार विधानसभा चुनाव के बाद लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल को एक बार फिर झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सीताराम यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया है। बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में सीताराम यादव अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। इसके अलावा नगीना देवी, पूर्व डिप्टी मेयर संतोष मेहता, वर्तमान डिप्टी मेयर मीरा देवी समेत सैकड़ों की संख्या में नेताओं ने भाजपा का दामन थामा।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल की मौजूदगी में राजद और जदयू के कई नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली। बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान राजद ने सीताराम यादव समेत अन्य कई नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। सीताराम पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ भीतरघात करने का आरोप लगा था।
बिहार में भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती राजद के सबसे मजबूत वोट बैंक यानी यादव वोटों को अपने खेमे में करना रहा है। पिछले कुछ सालों में बीजेपी इस चुनौती को पार करते हुए भी दिखी है। बीजेपी ने हालिया वर्षों में कई मजबूत यादव नेताओं को अपने खेमे में किया है। आज राजद के बड़े नेता रहे सीताराम यादव को अपने खेमे में करने के साथ बीजेपी बड़ा दांव चलने जा रही है।
उधर, पटना सीटों से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले संतोष मेहता भाजपा में शामिल होंगे। भाजपा सीधे-सीधे राजद के वोट बैंक में सेंध लगाने में जुटी हुई है। नित्यानंद राय और भूपेंद्र यादव लगातार भाजपा को मजबूत करने के लिए तेजस्वी यादव के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा को इस पहल के बाद काफी हद तक सफलता भी मिली है।