राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है और पूरे भारत में उसकी उपस्थिति है, ऐसे में यह स्वभाविक है कि भाजपा नीत राजग के खिलाफ किसी भी राष्ट्रीय गठबंधन का आधार कांग्रेस को होना चाहिए। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता ने कहा कि कांग्रेस का 200 से अधिक लोकसभा सीटों पर भाजपा से सीधा मुकाबला है और उसे उन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और शेष सीटों पर क्षेत्रीय दलों को अग्रणी भूमिका दी जानी चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार के आवास पर गत सप्ताह विपक्षी पार्टियों के नेताओं और नागरिक संस्थाओं के कई सदस्यों की हुई बैठक के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि बैठक में किस विषय पर चर्चा हुई।
हालांकि, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि सभी समान विचारों वाली पार्टियों को ‘‘इस सबसे अधिक दमनकारी, विभाजनकारी, अधिनायकवादी और फासीवादी सरकार ’’ को हराने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत एक साथ आना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे नेता लालू (प्रसाद यादव) जी ने वर्ष-2014 के चुनाव से पहले चेतावनी देते हुए कहा था कि ‘ये चुनाव तय करेगा कि देश टूटेगा या बचेगा’ और अब अधिकतर पार्टियां और हमारे समाज के लोग इसे पहले से कहीं अधिक महसूस कर रहे हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि बैठक में कांग्रेस की उपस्थिति नहीं थी और क्या भाजपा का मुकाबला करने के लिए बनने वाले राष्ट्रीय गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करना चाहिए तो तेजस्वी ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है जिसकी मौजूदगी पूरे भारत में है और ऐसे में स्वभाविक है कि ‘‘ भाजपा नीत राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के खिलाफ किसी भी राष्ट्रीय गठबंधन का आधार कांग्रेस को होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का 200 से अधिक सीटों पर भाजपा से सीधा मुकाबला है, न कि क्षेत्रीय पार्टियों का। तेजस्वी ने कहा, ‘‘ पिछले अनुभवों को देखते हुए, मेरा मानना है कि कांग्रेस को उन सीटों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जहां पर उसका सीधा मुकाबला भाजपा से है और बाकी बचे सीटों पर खुले दिल और दिमाग से संबंधित क्षेत्रीय पार्टियों को अग्रणी भूमिका देनी चाहिए, जहां वे मजबूत हैं ताकि भाजपा को हराया जा सके।
तेजस्वी का यह बयान इस मायने में अहम है कि कुछ दिन पहले ही पवार ने कहा था कि अगर कोई वैकल्पिक गठबंधन बनता है तो उसमें कांग्रेस को साथ लेना होगा। शिवसेना नेता संजय राउत ने भी शनिवार को कहा था कि सभी विपक्षी पार्टियों को राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ लाने के लिए काम हो रहा है और यह गठबंधन कांग्रेस के बिना अधूरा होगा।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सत्तारूढ़ दल को सत्ता से हटाने के लिए मजबूत विकल्प देने के उद्देश्य से तैयार गठबंधन में कांग्रेस अहम भूमिका निभाएगी। राकांपा प्रमुख पवार ने शुक्रवार को दावा किया था कि उनकी मेजबानी में आठ विपक्षी पार्टियों की बैठक में राष्ट्रीय गठबंधन पर चर्चा नहीं हुई, लेकिन साथ ही कहा कि अगर कोई गठबंधन सामने आता है तो उसका नेतृत्व ‘सामूहिक’ होगा।