बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए छोड़ अकेले चुनाव लड़ने की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की घोषणा के अगले दिन सोमवार को (जनता दल यूनाइटेड) जेडीयू ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने भी अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया।
RJD ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे को दिया टिकट
आरजेडी ने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है उनमें जहानाबाद से सुदय यादव, सावित्री देवी चकाई से, शेखपुरा से विजय सम्राट, शाहपुर से राहुल तिवारी (शिवानन्द तिवारी के बेटे), जगदीशपुर से रामविशुन सिंह, नोखा से अनिता देवी, रामगढ़ से सुधाकर (जगदानंद सिंह के बेटे), जमुई से विजय प्रकाश, मखदुमपुर से सूबेदार दास बेलहर से रामदेव यादव, मधुबनी से समीर कुमार महासेठ, झाझा से राजेंद्र यादव, ओबरा विधानसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे और गोह विधानसभा सीट से भीम सिंह शामिल हैं।
JDU उम्मीदवारों के नाम
जदयू ने 16 जिलों में पहले चरण में होने वाले मतदान के लिए अपने 12 प्रत्याशियों के नाम जारी किए हैं। जदयू ने मसौढ़ी से नूतन पासवान, कुर्था से सत्यदेव कुशवाहा, बेलहर से मनोज यादव, नवादा से कौशल यादव, जमालपुर से शैलेश कुमार नोखा से नागेंद्र चंद्रवंशी, जगदीशपुर से कुसुमलता कुशवाहा, रोतहास के करहगर विधानसभा सीट से वशिष्ठ सिंह, मोकामा से राजीव लोचन, बरबीघा से सुदर्शन, झाझा से दामोदर रावत और सूर्यगढ़ा से रामानंद मंडल को टिकट दिया है।
महागठबंधन में किस दल को कितनी सीटें
महागठबंधन में हुए सीटों के तालमेल के तहत राजद को 144, कांग्रेस को 70 और वामदलों को 29 सीटें दी गई हैं। राजद अपने कोटे से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को सीट देगा। वहीं वामदलों के खाते में गई 29 सीटों में से 19 सीट पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवाद (भाकपा-माले), छह सीट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और चार सीट पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।
एलजेपी को अकेले रोशन करेंगे चिराग
चुनाव से पहले ही एनडीए में फूट पड़ गई है। चिराग ने अकेले ही एलजेपी को रोशन करने का फैसला किया है। रविवार को चिराग पासवान की अध्यक्षता में हुई संसदीय दल की बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने एनडीए से अलग होने का निर्णय लिया है।
चिराग के इस ऐलान ने जेडीयू में खलबली मचा दी है। हालांकि चिराग की एलजेपी बीजेपी के खिलाफ अपना कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारेगी। लोक जनशक्ति पार्टी ने फैसला लिया है कि पार्टी एनडीए गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार की अगुवाई में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। जानकारी के मुताबिक एलजेपी को मुख्यमंत्री पद के नीतीश कुमार का चेहरा मंजूर नहीं है।