बिहार के सारण में जहरीली शराब पीने के कारण हो रही मौत का अकड़ा नहीं थमने का नाम नहीं ले रहा है।जिसे लेकर विपक्षी पार्टी नितीश कुमार पर जमकर निशाना साधा रही है। राज्य में शराब पीने से 18 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतक के परिजनों के अनुसार मौत शराब पीने के कारण हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।
CM नितीश ने क्यों खोया अपना आपा ?
आपको बता दें कि शराब से हुई मौतों को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हो रहा है । शराबबंदी के बाद भी बिहार में बीजेपी ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा । छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों पर जब नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सवाल उठाया तो नीतीश कुमार आपा खो बैठे और बीजेपी के लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया । पहले तो सीएम नीतीश ने संभलकर जवाब देने की कोशिश की, लेकिन जब बीजेपी के लोगों का हंगामा बढ़ा तो उन्होंने अपना धैर्य खो दिया और बीजेपी वालों पर जमकर बरसे । उन्होंने कहा कि ‘जब वे हमारे साथ थे, तब शराबबंदी के पक्ष में थे, आज उसी पर सवाल उठा रहे हैं, ये लोग हद पार कर चुके हैं, ये बर्ताव बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
शराबबंदी के बाद भी बिक रही है शराब
दरअसल आप जानते ही होंगे साल 2016 में बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी। इसके लिए नीतीश सरकार काफी सख्त है, लेकिन इसके बाद से अब तक राज्य में शराब की बिक्री के कई मामले सामने आ चुके हैं। बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इसके लिए सरकार और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि बिहार में शराब का अवैध कारोबार पुलिस के इशारे पर ही फल-फूल रहा है, यह सरकार और प्रशासन की मिलीभगत है।