मुजफ्फरपुर बालिका अल्पावास गृह यौन शोषण मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु आज केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष उपस्थित हुई। सूत्रों ने बताया कि ब्रजेश की गिरफ्तारी के बाद से फरार चल रही मधु अपने वकील प्रियरंजन अनु के साथ मुजफ्फरपुर न्यायालय परिसर में आई। उनके वकील ने टेलीफोन कर सीबीआई अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
सीबीआई अधिकारी यहां आये और पूछताछ के लिए मधु को अपने साथ कैंप कार्यालय लेकर चले गये। मधु ने कहा, ‘मैं निर्दोष हूं। मैं ब्रजेश ठाकुर की संस्था में बतौर कर्मचारी काम करती थी। मैं सीबीआई के प्रश्नों का सही जवाब दूंगी और जांच में मदद करुंगी। यदि बालिका गृह में कुछ गलत हुआ है तो वह सामने आना चाहिए। हालांकि मैंने गृह में कुछ गलत होते नहीं देखा। मेरा अल्पावास गृह के अंदर आना-जाना नहीं होता था।’ सं सूरज जारी
मुजफ्फरपुर बालिका अल्पावास गृह यौन शोषण मामले का खुलासा समाज कल्याण विभाग की पहल पर टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) द्वारा किये गये सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट से हुआ। इस रिपोर्ट में बालिका गृह में रहने वाली बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न किये जाने की पुष्टि हुई थी। टीआईएसएस द्वारा इस वर्ष 26 मई को समाज कल्याण विभाग को रिपोर्ट सौंपे जाने के लगभग एक माह के बाद इस मामले में कार्रवाई की गयी।
चिकित्सीय जांच में 34 बच्चियों के साथ बलात्कार किये जाने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद बालिका गृह से 44 बच्चियों को मुक्त कराया गया। उल्लेखनीय है कि इस मामले में बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर समेत दस लोगों किरण कुमार, मिनू देवी, मंजू देवी, इंदू कुमार, चंदा देवी, नेहा कुमारी, विकास कुमार, रवि कुमार रौशन और हेमा मसीह को गिरफ्तार किया जा चुका है।
हालांकि अभियुक्त दिलीप कुमार वर्मा फरार है। राज्य सरकार ने इस मामले की 26 जुलाई को केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की अनुशंसा की थी। ब्रजेश ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद से मधु फरार थी। सीबीआई और पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए सीबीआई ने कई स्थानों पर छापेमारी की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। मधु आज स्वेच्छा से सीबीआई के समक्ष उपस्थित हुई।