बिहार ईंट निर्माता संघ (BINS) ने सरकारी माध्यमिक और उच्च विद्यालयों में लड़कियों के लिए शौचालय बनवाने में स्वेच्छा से हाथ बंटाते हुए 450 स्कूलों में इसका निर्माण करवाएगा। ईंट भट्ठा के मालिकों का संघ बीआईएनएस ने कटिहार, मधेपुरा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय और सारण जिलों के स्कूलों में पहले ही शौचालयों का निर्माण करवा दिया है। बीआईएनएस के अध्यक्ष मुरारी कुमार ने मीडिया को बताया, ‘‘हमारी पहल के पीछे प्राथमिक उद्देश्य छात्राओं के लिए स्कूलों में एक सुरक्षित वातावरण तैयार करना है। हम चाहते हैं कि हमारी बेटियां शौचालय की कमी के कारण बाहर न निकलें।’’
सामाजिक दायित्व के तहत शौचालयों का निर्माण करवा रहा है
उन्होंने कहा, ‘‘हम राज्य भर के 450 स्कूलों में शौचालय का निर्माण करवाएगे। अगले तीन-चार महीने में यह निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। हमने अपना प्रस्ताव शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास निगम (डब्ल्यूडीसी) को भेज दिया है।’’डब्ल्यूडीसी अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक हरजोत कौर बमराह ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि बीआईएनएस कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत शौचालयों का निर्माण करवा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा डब्ल्यूडीसी शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूलों में सैनिटरी पैड डिस्पेंसर भी स्थापित कर रहा है।
बीआईएनएस से एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ है
बमराह ने बताया कि वर्ष 2016 से एक योजना लागू है जिसके तहत लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता बनाए रखने के लिए 300 रुपये दिए जाते हैं। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि इस संबंध में बीआईएनएस से एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ है और उन्होंने शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि वे अपने-अपने जिलों में उन स्कूलों की सूची उपलब्ध कराएं जहां छात्राओं के लिए शौचालयों का निर्माण या नवीनीकरण किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बीआईएनएस की यह पहल सराहनीय है।