पटना : जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी अपनी कथित ’संविधान बचाओ न्याय यात्रा’ के दौरान कल यानी सोमवार को सीवान पहुंचने वाले हैं। सीवान में अगर न्याय की सबसे ज्यादा अगर जरूरत किसी को है तो ’दानी’ और अति पिछडी जाति समुदाय से आने वाले ललन चैधरी और चंदा बाबू को। तेजस्वी जी को चाहिए कि कम से कम इन दोनों से मिलकर इनके आंसू पोछकर उन्हें सांत्वना देते तथा राजद द्वारा की गई पुरानी गलती का प्रायश्चित करते।
तेजस्वी जी, अब सीवान की धरती राजद के कार्यकाल से बहुत बदल चुका है। आप जब इस धरती पर पहुंच ही रहे हैं, तो बदलाव आपको तो नहीं पता चलेगा, परंतु राजद के पुराने लोगों से पूछकर इसका एहसास कर सकते हैं। वैसे, जब आप सीवान पहुंच ही रहे हैं तो बड़हरियार गांव जाकर ललन चैधरी केपरिजनों से जरूर मिलने की कोशिश करें। अति पिछड़ी जाति समुदाय से आने वाले ललन जी ने अपना पूरा जीवन आपके पिता की गौशाला में गाय की सेवा में लगा दी, परंतु आपके परिवार ने उन्हें भी नहीं बख्शा। आज आपके परिवार के स्वार्थ के कारण इस अति पिछड़ी जाति से आने वाले व्यक्ति की नौकरी पर संकट आ गया है।
स्थिति तो यह है कि नौकरी तो जाएगी ही पेंशन भी नहीं मिल पाएगा। ललन जी खुद तो बीपीएल कार्डधारी हैं परंतु आपकी मां राबड़ी देवी और आपकी बहन हेमा यादव को पटना में जमीन दान दी। ऐसा करवाकर आपके परिजनों ने तो बेनामी संपत्ति एकत्र कर ली परंतु इस गरीब व्यक्ति का क्या? आपकी इस यात्रा में इन्हें तो न्याय मिलना ही चाहिए। राजद के अध्यक्ष लालू जी की विरासत संभाल रहे तेजस्वी जी को अपने सीवान दौरे के क्रम में चंदा बाबू से भी मुलाकात करनी चाहिए। इनके तीन बेटों की हत्या कर इनके बुढापे का सहारा छीन लिया गया है।
तेजस्वी जी, आप ऐसे लोगों के आंसू पोंछ सकें तो आपकी संविधान बचाओ न्याय यात्रा की सार्थकता लोगों को समझ में आएगी। वरना, इस यात्रा का क्या लाभ, क्या मकसद? तेजस्वी जी, जब कानून के तहत आपके पूर्व सांसद शहाबुद्दीन पर कार्रवाई हो रही थी तब तो आप सत्ता भोगने के लिए सीना चौड़ाकर ‘कानून के राज’ का जयकारा लगा रहे थे | आज जब सत्ता छिटक गई , तो फिर घडियाली आंसू बहा रहे ? वोट नहीं जनता के हित की राजनीति कीजिये महोदय | ’संविधान बचाओ न्याय यात्रा’ पर निकलने के पूर्व आपको अपने सजायाफ्ता पिता लालू प्रसाद जी को पार्टी से हटाना चाहिए। जिन्हें चुनाव लड़ने पर नियमानुकूल प्रतिबंध है, वे किसी पार्टी के अध्यक्ष कैसे हो सकते हैं?
सीवान में चंदा बाबू से मिलकर दिलासा देने की खातिर , पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को पार्टी से निकालने की घोषणा कीजिए, जिससे वहां की शांतिप्रिय जनता को इसका एहसास हो सके कि राजद में बदलाव आया है। तेजस्वी जी, आप अब तक जितनी भी कथित यात्रा की है परंतु अब तक विकास की बात नहीं की है और इस यात्रा में भी आप ऐसा ही करेंगे, इसमें कोई शक नहीं है। परंतु आप जान लें अब सीवान की आबोहवा ही नहीं बदली है, वहां के विकास की गति में भी तेजी आई है।
यहां ’लालटेन’ लेकर हाथ में घूमने वाली बात अब पुरानी हो गई है। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के कार्यकाल में 2008 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों का निर्माण कराया गया है जबकि 567 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य निर्माणाधीन है। यही नहीं 170 से ज्यादा कब्रिस्तानों की घेराबंदी करवाई गई है जबकि विद्यालयों और छात्रों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। तेजस्वी जी, आखिर आपकी इस यात्रा का मकसद क्या है? किसे न्याय दिलाने निकले हैं? न्याय दिलाना हो तो ललन जी और चंदा बाबू को न्याय दिलाने की कोशिश करें।