पटना : कालाजार सहित गंभीर टीवी के साथ वायरल डीजीज, ट्रॉपिकल डिजीज में आरएमआरआई एक अपनी पहचान देश में बना रहा हे। आने वाले समय में यह देश ही नहीं विदेश में भी मील का पत्थर साबित होगा। उक्त बातें केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कही। वे अगमकुंआ स्थित आरएमआरआई परिसर में राजेन्द्र प्रसाद के मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद नर्सिंग हॉस्टल के उदघाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि इस संस्थान को जब भी कुछ चीज की जरूरत पड़ेगी सरकार मदद के लिए तैयार है।
देश में कालाजार, कुष्ट, खसरा, उन्मूलन की दिशा में अग्रसर है। 2020 तक देश में इन रोगों से मुक्त मिलने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरएमआरआई सहित अन्य रिसर्च संस्थान इन रोगों के रोक-थाम में लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में बेलनेस सेंटर खोला जा रहा है। पूरे देश में 15 हजार बेलनेस सेंटर खोलने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 11 हजार बेलनेस सेंटर खुल चुका है। इस बेलनेस सेंटर में 12 हजार ट्रेनर कार्य कर रहे हैं।
इसमें 12 प्रकार की चिकित्सीय स ुविधा प्रदान की गयी है। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत पीएचडी की प्रशिक्षित छज्ञत्राओं ने सरस्वती वंदना से की। कार्यक्रम की शुरूआत मंत्री समेत अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। गेस्ट ऑफ ऑनर स्वीटजरलैण्ड के डा. प्रो. जार्ग अलवर को राजेन्द्र प्रसाद स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। अतिथि प्रख्यात फिजीशियन विजय प्रकाश ने भी सभा को संबोधित किया। निदेशक प्रदीप दास ने संस्थान के बारे में लोगों को जानकारी दी। मंच संचालन डा. सीएस लाल ने किया।