शिकायतकर्ता ने राज्य सरकार के आरटीआई जवाब के आधार पर एक जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें बताया गया था कि अप्रैल 2016 में बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से 243 लोगों की मौत हो चुकी है। शिकायतकर्ता ने ये दावा किया कि शराबबंदी कानून के गलत कार्यान्वयन के कारण घटनाएं हुईं नीतीश कुमार के राज में बिहार में जहरीली शराब की घटनाएं हुई हैं और 243 लोगों की जान चली गई है।