पटना ,(पंजाब केसरी): लोजपा-(रा.) के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व विधायक सतीश कुमार ने कहा कि बिहार में बाढ़, सूखाड़ पर मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री एवं अधिकारियों द्वारा दिया गया बयान सिर्फ जुमलेबाजी है। 17 वर्षो से सत्ता पर काविज नीतीश कुमार बिहार के किसानों को कभी कृषि रोड मैप,कभी कृषि मंत्रिमंडल की बात किया तो कभी बिहारी व्यजंन केला,आम,लीची,मखाना, मछली, मुर्गा और दूध की चर्चा करते रहे और लोक लुभावन नारों से भरमाने का काम किया और 2025 तक हर खेत को पानी देने की बात कहकर सब्जबाग दिखा रहे है।
आगे श्री कुमार ने कहा कि 17 वर्षो से बिहार के किसान कभी बाढ़ और सुखाड़ की त्रासदी झेल रहे है उत्त्तर बिहार के 19 जिलों से 22 जिलों तक बाढ़ से डूबा रहा है। अरबों का फसल बर्बाद होता रहा है। प्रतिवर्ष 250 से 500 तक लोग बाढ़ में जान गवाया है। पशु भी 600 से 700 तक बाढ़ के बहाव में मरें है। बाढ़ सूखाड़ के नाम पर अरबों रुपये भ्रष्टाचार के पेट में चला गया। बांध बनाने और बांध के मरम्मती के नाम पर लूट का बाजार गर्म है।
आगे श्री कुमार ने कहा कि बांध की लम्बाई जितना बढ़ रही है उसे ज्यादा बाढ़ ग्रस्त इलाकों का क्षेत्रफल बढ़ रहा है। आजादी के समय बांध की कुल लम्बाई 159 किलोमीटर था तब बाढ़ ग्रस्त इलाके का क्षेत्रफल 25 लाख हेक्टर भूमि था। जब सुशासन का राज बना तब बांध की लम्बाई 3800 किलोमीटर हो गया है तब विडंबना है कि बाढ़ ग्रस्त इलाके का क्षेत्रफल 60 लाख हेक्टर भूमि हो गया है। सम्पूर्ण भारत के साथ ही बिहार के अर्थ-व्यवस्था की रीढ़ कृषि और कृषक है। कृषि और कृषि आधारित उधोग को विकसित किये वगैर बिहार के विकास की बात करना कोड़ा बकवास है। लेकिन वर्तमान सरकार की पूंजी सिर्फ जुमलेबाजी और झूठा वादा है। उक्त आशय की जानकारी युवा लोजपा-(रा.) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने दी।