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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सिर्फ अपने भाजपा के विधायकों के बच्चों की चिंता है ? : गोहिल

गोहिल ने कहा कि कानून अगर सबके लिए एक है तो बीजेपी के विधायक बिहार सरकार की गाड़ी लेकर अपनी संतानों को वापस ला सकते हैं तो क्या वो बीजेपी के विधायक है वो अगर अपनी संतान को लेकर आएगे तो उससे कोरोना नहीं फैलेगा क्या

पटना : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि बिहार के छात्र कोटा में परेशान है। वो छात्र सरकार से  प्रार्थना कर रहे हैं कि हमें यहां से अपने घर वापस बुलाओ लेकिन सरकार कहती है कि जो कानून है उसके तहत हम आपको वापस नहीं बुला सकते। छात्र कह रहे हैं हमें डर लग रहा है। बिहार सरकार कह रही कि कुछ भी हो जाए लेकिन हम आपको यहां नहीं बुला सकते।
 
गोहिल ने कहा कि  कानून अगर सबके लिए एक है तो बीजेपी के विधायक बिहार सरकार की गाड़ी लेकर अपनी संतानों को वापस ला सकते हैं तो क्या वो बीजेपी के विधायक है वो अगर अपनी संतान को लेकर आएगे तो उससे कोरोना नहीं फैलेगा क्या। हम नहीं चाहते कि कोरोना फैले। इन बच्चों को कोटा से लाकर होटल, पार्टी रिसोर्ट में ठहरा कर क्वारंटाइन करके उनका पूरा मेडिकल चेकअप करके जब सरकार को लगे उनके घर वापस जाने से कोरोना नहीं फैलेगा तब उनके घर जाने की व्यवस्था करें। बच्चों पर अपने परिवार से दूर रहने से साइकोलॉजिकल प्रेशर बनता है। पूरी दुनिया में देखिए जापान के केवल 8 लोग थे गुजरात, सूरत उन्होंने अपना चार्टेड प्लेन भेजा और उनको लेकर गए, अमेरिका वाले और कई अन्य देशों ने भी अपने नागरिकों को वापस ले जा रहे हैं लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सिर्फ अपने बीजेपी के विधायक के बच्चों कि चिंता है। यह बच्चे आम आदमी के बच्चे हैं हमारे बच्चे हैं उनकी भी चिंता उनको करनी चाहिए और अपनी जिद छोड़नी चाहिए। 
राजस्थान के मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि अगर आपको चिंता है तो हम बसें भेज देते हैं मानवीयाता देखते हुए इनकी मदद कीजिए कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता  में हमारी सीडब्लूसी कि मीटिंग में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई सभी नें इस गंभीर मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की साथ ही प्रियंका गांधी, राहुल गांधी ने भी इस पर अपनी चिंता व्यक्त की है। मैं तो यह भी कहता हूं कि हमारे श्रमिक भाई जो बिहार के बाहार है दर दर की ठोकरें खा रहे हैं उनको भी बिहार वापस लेकर आना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि जो विधायक अपने बच्चों को वापस लेकर आए हैं उनकी जांच कि जा रही है। जो बच्चे फंसे हुए हैं वो लगातार हमारे साथ  संपर्क में बने हुए है वो बहुत परेशान है। जब कई राज्यों की सरकार अपने बच्चो को वापस बुला सकती है तो बिहार सरकार क्यों वापस नहीं बुला सकती ?
कांग्रेस पार्टी ने पहले भी यह मुद्दा उठाया है नेशनल लेवल पर हमारी पार्टी भी इस पर कार्य कर रही है। हम उन बच्चों के लिए बहुत चिंतित है। नीतीश कुमार कहते हैं की भाजपा विधायक के किस्से की जांच  कर रहे हैं। सवाल यह है की क्या कार्रवाई कर रहे हैं, सिर्फ ड्राइवर या छोटे लोगों को नोटिस दे रहे हैं। हम एक मांग कर रहे हैं कि बीजेपी उस विधायक को निष्कासित करें जो कानून तोड़ कर अपने बच्चों को लेकर आया। सुशील मोदी को कहना चाहिए की हम उसको निष्कासित करते हैं, भाजपा पार्टी में ऐसा विधायक नहीं रहेगा जो कानून तोड़ रहा है। उसके खिलाफ  कुछ नहीं सिर्फ बिचारे छोटे ड्राइवर और छोटे अधिकारी पर नीतीश – भाजपा  सरकार कार्रवाई कर रही है। बिहार कांग्रेस राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धन्यावद करती है कि आज उन्होंने  प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में मांग की है कि बिहार के लोगों को बिहार वापसी के लिए व्यवस्था करने की मंजूरी दें। बिहार सरकार को  कोई दिक्कत होगी तो राजस्थान सरकार मदद करेगी।
वहीं, दूसरी ओर युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि बीजेपी के विधायक अनिल सिंह को कोटा से बेटी को वापस लाने के मामले में पास जारी करने को लेकर जारी बवाल के बीच   पूर्णिया  के जेडीयू सांसद संतोष कुशवाहा दिल्ली से अपनी गाड़ी से पूर्णिया पहुंच गए थे, साथ ही अररिया के बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह भी दिल्ली से अररिया लॉकडाउन के दौरान ही पहुंचे और लोगों के बीच भी गए और राहत सामग्री भी बांटी। ललन ने कहा कि एक तरफ छात्रों को लाने से सरकार मना करती है, वहीं दूसरी तरफ एनडीए के सांसद लॉकडाउन में खुलेआम घूम रहे हैं, बिहार में दो कानून कैसे चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनडीए के नेता खुलेआम लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं, पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।

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