भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण से संबंधित विधेयक का समर्थन किया और सरकार से यह आग्रह भी किया कि इस विधेयक में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) की महिलाओं के लिए कोटे का प्रावधान किया जाए।
27 वर्षों से यह कानून धरातल पर नहीं उतर पाया- पासवान
आपको बता दें लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित करने के प्रावधान वाले 'संविधान विधेयक, 2023' पर निचले सदन में जारी चर्चा में भाग लेते हुए पासवान ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूरा विश्वास है कि ओबीसी वर्ग की महिलाओं को अधिकार मिलेगा।उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए यह भी कहा, ''राजनीतिक दलों ने इस कानून को बेहतर बनाने की आड़ में विधेयक को लटकाया। यही कारण है कि 27 वर्षों से यह कानून धरातल पर नहीं उतर पाया।''
एससी, एसटी और ओबीसी का इसमें प्रतिनिधित्व होना चाहिए-पासवान
बिहार के जमुई से लोकसभा सदस्य ने कहा, ''हम चाहते हैं कि एससी, एसटी और ओबीसी का इसमें प्रतिनिधित्व होना चाहिए। प्रधानमंत्री पर मेरा विश्वास है कि यह होगा।''उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि विधेयक में यह प्रावधान जोड़ा जाए कि एससी, एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण हो।