बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या को लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर तथा नेताओं के गमगीन परिवार से मिलकर सांत्वना देने का सिलसिला जारी है। इस घटना को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अपराधी क्या किसी से अनुमति लेकर अपराध करता है।”
2005 से पहले क्या हुआ करता था? बहुत अपराध हुआ
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि “मैंने डीजीपी के साथ बात की, एक विशेष टीम बनाई गई है। पुलिस का मनोबल न गिराएं, अगर कोई अपना कर्तव्य पूरा नहीं करता है, तो कार्रवाई की जाती है। अपराधी क्या किसी से अनुमति लेकर अपराध करता है।” सीएम नीतीश ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि “2005 से पहले क्या हुआ करता था? बहुत अपराध हुआ। पति-पत्नी की राज में काफी हिंसा और अपराध होते थे। क्या आज भी ऐसा ही है?”
तेजी से जांच की जा रही है ताकि दोषी के खिलाफ समय पर कड़ी कार्रवाई की जा सके
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दुखद है कि किसी की हत्या होती है, हत्या का कोई ना कोई कारण होता है और पुलिस उसी की जांच करती है। घटना घटते ही मैंने खुद डीजीपी से पूछा। उन्होंने कहा कि “जहां तक अपराध की घटनाओं का सवाल है, बिहार देश में 23 वें स्थान पर है। कानून लागू है। पुलिस अधिक जानकारी का पता लगा रही है। मुझे डीजीपी ने आश्वासन दिया है। तेजी से जांच की जा रही है ताकि दोषी के खिलाफ समय पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।”
उल्लेखनीय है कि राजधानी पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में पटना हवाई अड्डे पर इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन प्रबंधक रुपेश कुमार सिंह की अपराधियों ने मंगलवार की देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिंह अपने पुनाईचक स्थित कुसुमविला अपार्टमेंट में प्रवेश कर ही रहे थे कि अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को स्वयं पुलिस महानिदेशक से इंडिगो स्टेशन प्रबंधक की हत्या से संबंधित स्थिति की जानकारी ली थी और सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि इस हत्याकांड के अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी हो और स्पीडी ट्रायल कराकर, दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दिलाई जाए।
पुलिस हवाईअड्डे के अधिकारियों और कर्मचारियों से लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि रूपेश के भाई ठेकेदारी करते थे, उनके इस काम में रूपेश के संबंघ बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस को अब तक जो सुराग लगे हैं उसमें माना जा रहा है कि गोली मारने वाले पेशेवर अपराधी हो सकते हैं। पुलिस रूपेश के मोबाइल फोन को भी खंगाल रही है।
उल्लेखनीय है कि इस घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है, तथा विशेष कार्य बल (एसटीएफ ) को भी लगाया गया है। इधर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी गुरुवार को रुपेश के पैतृक गांव सारण के समरी जलालपुर गांव पहुंचे और उनके परिजनों से मिलकर सांत्वना दी।