बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि पानी की उपलब्धता बेहद जरूरी है, लेकिन भूजल स्तर पर भी सोचना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए भी हम लोगों को ध्यान देना होगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के नगर विकास की सात योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को शुद्घ जल मिलना बड़ी बात है।
उन्होंने इस बीच प्रधानमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि 24 घंटे पीने के पानी की आपूर्ति करना सही है या नहीं, इस पर भी विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, “मेरा आग्रह है कि पानी की उपलब्धता के लिए पर्याप्त समय जरूर होना चाहिए, लेकिन भूजल स्तर पर भी सोचना जरूरी है। इस पर बहुत लोग मेरी आलोचना करेंगे। लेकिन पर्यावरण की रक्षा के लिए हम लोगों को ध्यान देना है।”
उन्होंने बिहार में चलाई जा रही योजना ‘जल-जीवन-हरियाली’ की चर्चा करते हुए कहा कि 80 फीसदी तक काम हो गया है। उन्होंने कहा, “हमने देखा कि कुछ जगहों पर हर घर नल का जल के तहत जो पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, उससे लोग भैंस धोने लगे, खेत में सिंचाई करने लगे। इसके बाद मैंने सार्वजनिक रूप से यह कहना शुरू कर दिया कि पीने के पानी का इस्तेमाल जानवर को धोने या फिर सिंचाई के लिए नहीं करें।”