पटना, प्रियदर्शी सम्राट अशोक को अपमानित करने के मामले में बिहार प्रदेश कांग्रेस भी कूद पड़ी है। केंद्र सरकार से मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही जदूय, हम(से.) आदि दलों के नेताओं को मामले को अपने स्तर से उठाने के लिए धन्यवाद भी दिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य और बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष प्रवीण कुशवाहा ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस के साथ बिहार प्रदेश कांग्रेस भी प्रियदर्शी सम्राट अशोक के मुद्दे पर अत्यंत गंभीर है।
विश्व में बौद्ध धर्म के संदेश को पहुंचाने वाले चक्रवर्ती सम्राट अशोक को अपमानित करने वाले दयानंद सिन्हा को दिए गए तमाम सम्मान भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार तत्काल वापस ले। कड़ी निंदा और प्राथमिक दर्ज कराना सिर्फ नौटंकी है। ऐसा करके भाजपा सिर्फ जख्म को ढकने की कोशिश कर रही है। कुशवाहा वोटों के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मुकदमा तो दायर किया है जबकि भाजपा पल भर में अवार्ड वापस ले सकती है। यदि सही में वो भी दयानंद सिन्हा जैसे मनोरोगी को सबक सिखाना चाहती है तो उसे दिए पद्मश्री और साहित्य अकादमी सम्मान तत्काल वापस ले।
बिहार प्रदेश कांग्रेस दलीय राजनीति से ऊपर हटकर मामले को उठानेवाली पार्टियों और नेताओं को धन्यवाद देती है। मेरा अनुरोध है कि अन्य नेता भी मामले को उठाएं। यह हमारे देश के शौर्य और स्वर्णिम इतिहास का अपमान है। गौरतलब है कि प्रवीण कुशवाहा अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।