पटना,: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि राहुल गांधी लोकतंत्र के विभिन्न स्तम्भों को चुनौती देने और उनका अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते और खुद को इस सब से ऊपर मानते हैं। न्यायिक और कानूनी कार्रवाई पर कांग्रेस का कथित सत्याग्रह यह दर्शाता है कि गांधी परिवार खुद को देश की न्यायिक प्रक्रिया, लोकतांत्रिक व्यवस्था और संविधान से खुद को ऊपर मानता है। एक तरह से यह देश की न्याय व्यवस्था का अपमान है। प्रसाद ने कहा कि सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को कई मौके दिए थे, जिसमें उन्हें उनकी टिप्पणी पर माफी मांगने को कहा था लेकिन राहुल गांधी ने माफी मांगने से मना कर दिया। उनका मानना था कि न्यायपालिका उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ फैसला देने की हिम्मत नहीं करेगी। कानून ने अपना काम किया और भाजपा या सरकार का इसमें कोई हाथ नहीं है। राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया, उन्हें चोर कहा। समाज और कोर्ट के बार-बार समझाने और माफी मांगने के विकल्प को भी उन्होंने नजरअंदाज किया और लगातार ओबीसी समाज की भावना को ठेस पहुंचाई। ऐसा कर उन्होंने अपनी जातिवादी मानसिकता को दिखाया। अब कोर्ट के फैसले के खिलाफ आंदोलन देश के कानून, संविधान व न्यायपालिका को ठेंगे पर रखने की कांग्रेस की बेशर्म जिद है।