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कोरोना वायरस : लॉकडाउन को देखते हुए स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय की फीस माफ करे बिहार सरकार

ऐसे में वो स्कूल फीस ,बस फीस का भुगतान कैसे करेंगे । इस पर राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार कर निर्णय लेने की जरूरत है ।

युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह मांग की है कि राज्य के सभी निजी शिक्षण संस्थानों के छात्रों की फीस कोरोना वायरस को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि की फीस माफ करवाएं तथा जब तक हालात सामान्य ना हो तब तक अभिभावकों को इसमें सहूलियत प्रदान की जाए। ललन ने कहा कि हर स्कूल, कॉलेज  संस्थानों में कई तरह के फंड रिजर्व रखे जाते हैं उन पैसों से  स्कूल कॉलेज एवं अन्य शिक्षण संस्थानों  में काम करने वाले टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ का महामारी का भुगतान किया जा सकता है। 
कोरोना के प्रभाव से आम जनता काफी  ग्रस्त है ऐसे में जो सरकारी  संस्थानों में काम करने वाले राज्य सरकार एवम केंद्र सरकार के अधिकारियों कर्मचारियों को तो महामारी भुगतान हो जाएगा मगर जो गैर सरकारी ,प्राइवेट ,बिजनेस या अन्य रोजमर्रा के काम मे लगे हुए है उनके सामने क्या होगा जिनका वर्तमान में अपना  घर चला पाने  की भी स्थिति नही है।

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ऐसे में वो स्कूल फीस ,बस फीस का भुगतान कैसे करेंगे । इस पर राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार कर निर्णय लेने की जरूरत है । ललन ने कहा कि निजी स्कूल प्रबंधक सहित सरकारी गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधकों से भी आग्रह किया है कि वह मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए  पूरे विश्व में कोरोना वायरस के परिणामों को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन अवधी की फीस माफ करें साथ ही आगे हालात सामान्य होने पर इसका समाधान भी अभिभावकों के साथ मिलजुल कर निकाले ताकि किसी पक्ष को कोई परेशानी ना हो और वह भी इस कोरोना जंग के लिए एक मिसाल पेश करें ताकि हर आम जनमानस और अभिभावकों को भी लगे की कोरोना से लड़ाई लडऩे वाले इस जंग में वह भी सरकार और अभिभावकों के साथ है।

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