पटना, (जेपी चौधरी) : अंतरराष्ट्रीय महामारी कोरोना से उपजी संकट के परिपेक्ष्य में बिहार के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस गुप्तेश्वर पांडे ने बिहार वासियों से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को लेकर मार्मिक अपील की है। प्रदेश वासियों को भोजपुरी में संबोधित करते हुए घरों में रहने बेवजह बाहर नहीं घूमने मास्क एवं साबुन लगाने के नियमों को कड़ाई से पालन करने का आह्वान किया है। वहीं प्रचलित बिहारी का कहावत सटले ते गेले बेटा का उदाहरण पेश करते हुए सोशल डिस्टैंस बनाए रखने का आग्रह किया। श्री पांडे ने गांव देहात की भाषा में समाज के सभी तबके हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई मजदूर किसान नवयुवक महिला पुरुष बुद्धिजीवी कलाकार एवं लेखक से कोरोना को लेकर सतर्क एवं सजग जीवन शैली को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने विशुद्ध ग्रामीण अंदाज में लोगो से बात करते हुए कहा कि वेश्वमिक महामारी अभी लंबा लड़ाई है, लोगो सजग रहन पड़ेगा। माता, भाई, बहन, कनिया , दूल्हा बच्चा बुतरू घरे रही। कुछ दिनों की बात है समय कट जाएगी। बिहार को बचाने के लिए नागरिक मंच द्वारा चलाए जा रहे बाउंस बैक कार्यक्रम की सराहना की। इस अभियान की तारीफ करते हुए कहा की इसकी सफलता आम जनो के सकारात्मक प्रयास से ही संभव है। आखिरकार आवाम के नाम डीजीपी के संदेश के केंद्र में कोरोना को हराने के लिए सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने की बात पर जोर दिया गया है। बिहार पुलिस प्रशासन के सुप्रीमो डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे धार्मिक विचार धारा होने के बावजूद वो अपने खुद गाय रखकर सुबह,सुबह दूध दुते हैं, और गाय को भी स्नान एवं साफ सुथरा खुद करते औ हैं,वेही जात पात से उठकर लोगों की सेवा कानूनी व्यवस्था को अच्छा बनाने के लिए बिना सूचना दिए ही थाना में पहुंच जाते हैं। थाना में गरबड़ी को देखकर कितने दरोगा और पुलिस प्रशासन को निलंबित किये है। पिछले दिन अररिया जिला का कांड को लेकर प्रशासन और बिहार सरकार को जो बेज्जती झेलने पर ही उन्होंने आड़े हाथ लेते हुए खुद ही ग्रामीण पुलिस से बात किया और कृषि पदाधिकारी पर एफआईआर दर्ज कराया। जब कृषि पदाधिकारियों का ट्रांसफर पटना करा दिया गया तो सोशल मीडिया में प्रशासन का विरोध होने लगा और उन्होंने कहा कि किसी भी पदाधिकारी को बिहार में प्रमोशन नहीं दिया जाता है। अररिया कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को निलंबित किया। शराबबंदी को लेकर खुद डीजीपी जगह-जगह जाकर शराब माफियाओं के विरूद्धअभियान चलाकर पकड़ते रहते है,कानूनी करवाई किया जाता है। वैश्विक महामारी में खुद जगह-जगह घूमकर लोगों को संदेश देते हैं की जान है तो जहान है,लोग साबुन से बार-बार हाथ धोयें। लोगों को हमेश अपिल करते है कि सामाजिक दूरियां बनाकर रहे। तब कोरोना भागेगा और देश जीतेगा।