बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता श्री सदानंद सिंह ने संसद में वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश आर्थिक सर्वेक्षण को निराशापूर्ण बताया है | श्री सिंह ने कहा कि वित्तीय घाटे का लक्ष्य छोड़ना देश को घातक आर्थिक परिणाम दे सकता है |
श्री सिंह ने कहा कि अब सरकार बखूबी स्वीकार कर रही है कि देश आर्थिक मंदी का शिकार हुआ है | चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 5 फीसद रहने का अनुमान बताया जा रहा है | जो पिछले 11 वर्षों में न्यूनत्तम है | लेकिन अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियाँ इससे भी कम रहने की बात कह चुकी हैं | सर्वेक्षण ने ये भी माना है कि प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने में सरकार के उपाय प्रभावी नहीं हुये हैं |
श्री सिंह ने कहा कि सर्वेक्षण में जो सुझाव सरकार को दिये गये हैं उसमें लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाने को गौण कर दिया गया है | बिना लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाये अगले वित्त वर्ष 2020 – 21 में देश का जीडीपी 6 – 6.5 फीसद रहने की बात बेमानी लगती है | अंततः आर्थिक सर्वेक्षण से यह पता चलता है कि मोदी सरकार की नीतियाँ देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाली अब तक साबित नहीं हुई हैं |