बिहार में होने वाला विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की गरमाई सियासत पर सहयोगी दलों द्वारा पर्दा डालने की कोशिश जारी है लेकिन राजद को निशाने पर लेने से चुक भी नहीं रहे हैं। हम से. के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से वार्तालाप कर कहा कि महागठबंधन का को-ऑर्डिनेशन कमिटी मार्च तक बन जायेगी।
उसके बाद चुनाव की रणनीति तय होगी। एनडीए को रोकने के लिए महागठबंधन के सहयोगी दलों के अलावे जाप से. को शामिल कर महागठबंधन को और मजबूत किया जायेगा। उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर राजद को अपने ग्राउंड पर भरोसा है तो यह उस पार्टी का अपना सोंच है।
सबों को धोखा नहीं दिया जा सकता है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को एक सीट राज्यसभा के लिए देने की बात हुई थी लेकिन नहीं दिया गया। इस बात पर कांग्रेस विक्षुब्ध है। राजद ने किस कैटेरिया पर एक व्यापारी को राज्यसभा भेजा।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी जी को मालूम नहीं होगा, लेकिन लालू प्रसाद यादव ने बीते चुनाव में खुद मुझसे महागठबंधन में शामिल होने की बात कहे थे। मैं खुद नहीं आया था और उसका फायदा भी मिला। मुख्यमंत्री से मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात को राजीतिकरण नहीं करना चाहिए।
वे प्रदेश एवं हमारे क्षेत्र के मुख्यमंत्री हैं। क्षेत्र की अनेक समस्याएं होती है। दो तीन वर्षों में मुख्यमंत्री से मुलाकात न करना हमारी गलती है। इस अवसर पर हम से. के प्रदेश अध्यक्ष बीएल वैश्यंत्री, प्रवक्ता विंजय यादव, दानिश रिजवान, प्रदेश उपाध्यक्ष रंजीत चन्द्रवंशी समेत अन्य उपस्थित थे।