बिहार के भवन निर्माण एवं प्रभारी मंत्री अशोक चौधरी ने आज कहा कि पूर्वी बिहार की महत्वपूर्ण बटेश्वर गंगा पम्प नहर परियोजना से सिंचाई के लिए किसानों को पानी अवश्य मिलेगा और इस सिलसिले में विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
श्री चौधरी ने यहां बाढ़ एवं सुखाड के सिलसिले में समीक्षात्मक बैठक को संबोधित करते हुये विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा है कि वे बाढ़ एवं सुखाड से प्रभावित होने वाले लोगों को जल्द राहत पहुंचाने मे उदासीनता न बरतें और स्थिति पर कड़ नजर रखें। खासकर, विभिन्न नदियों से हो रहे कटाव और पानी के बिना खेतों में लगे बिचड़ की विशेष निगरानी करें।
मंत्री ने कहा कि पूर्वी बिहार एवं भागलपुर जिले की महत्त्वपूर्ण सिंचाई परियोजना बटेश्वर गंगा पम्प नहर मे पानी रहने के बावजूद किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलना दुखद है। इसकी गंभीरता के मद्देनजर रोपनी के लिए किसानों को पानी मुहैय्या कराने के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को कहा गया है।
श्री चौधरी ने बताया कि जिले के कहलगांव एवं पीरपैती प्रखंडों मे गंगा तथा खरीक प्रखंड में कोसी के भीषण कटाव से गावों के अस्तित्व को बचाने के लिए वहां पर निरोधात्मक कार्य युद्ध स्तर पर चलाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं। इसके अलावा जिले के सभी पोखरों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए भी कहा गया है।
मंत्री ने बाढ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में सरकारी एवं निजी नांवों, गोताखोरो की व्यवस्था और राहत एवं चिकित्सा केंद्रों की स्थापना पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए पीडित लोगों को किसी तरह की दिक्कतें नहीं होने की बात अधिकारियों से कहीं है।
बैठक में प्रभारी सचिव चंचल कुमार, जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के विधायक सुबोध राय, विधान पार्षद मनोज यादव, जिलाधिकारी प्रणव कुमार समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।