जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सरकार की तरफ से जलजमाव से निजात की तैयारी को लेकर सुशासनी सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। पप्पू यादव ने कहा कि 15 वर्षों के सुशासन का रिपोर्ट कार्ड और बिहार में हुए विकास का असली सच पटना की सड़कों पर देखने को मिल जाएगा।
पिछले बार की तरह नीतीश जी का डिप्टी सुशील मोदी हाफ पेंट पहन पड़ोसियों को छोड़ भाग ना पाए इसके लिए लोगों को सजग रहना होगा। इस बार उन्हें इसी पानी का स्वाद चखाना है और इसी पानी में उनका तर्पण भी करवाना है।
दो दिन पहले ही पप्पू यादव ने पटना वासियों से संप हाउस का निरीक्षण कर कहा था कि पटना को पेरिस बनाने की बात कहने वाले आज कहां सो गए हैं यह पता ही नहीं चलता है।
पिछले वर्ष पटना का शहरी क्षेत्र डूबा था लेकिन इस बार पूरा पटना का ग्रामीण इलाका भी डूब जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी, क्योंकि राज्य सरकार की ओर से जल निकासी और जलजमाव समाप्त करवाने के लिए कोई सार्थक प्रयास नही हो रहा है। और जलजमाव को लूट का साधन मानने वाले सरकारी अमला अपने कामों में लगे हुए हैं, और इनको संरक्षण देने वाले बड़े राजनेताओं के द्वारा ऐसे लूट को बढ़ावा दिया जा रहा है।
जिस कारण समय पर नाले का निर्माण हो सका और ना ही जलजमाव की समस्या के निदान के लिए संपर्क हाउस या पंप हाउस की कारगर व्यवस्था की जा सकी। हद तो यह है कि पटना नगर निगम ,नगर विकास विभाग इस मामले में जिस प्रकार की कोताही बरत रही है शायद पटना पिछली बार से भी ज्यादा भयंकर परिस्थिति पटना के लोगो को झेलने के लिए तैयार रहना होगा।
राज्य सरकार के मंत्री से लेकर संत्री तक लूट के लिए ही सारे कामों को अंजाम दे रहे हैं और इसमें पूर्व की तरह हुडको और बुडको को भी लूट के चरखा में नफा नजर आ रहा है। इन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में लुटेरे पदाधिकारियों और उनके संरक्षण कर्ता राजनेताओं को लूट की छूट नहीं दी जाएगी और उनके खिलाफ जनता बगावत करेगी और इन्हें सबक सिखाएगी।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि पिछले बार जब पटना में वर्षा के कारण जल कर्फ्यू की स्थिति उत्पन्न हुई थी तब उस समय पप्पू यादव ने पटना के लोगों के सहायता करते हुए मसीहा बनकर खड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि पप्पू यादव के संप हाउस के दौरा के बाद ही पटना साहिब के सांसद और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की कल ही नींद खुली लेकिन तब तक पटना में बरसात का दौर शुरू हो गया और पटना में आज से ही जलजमाव की भयंकर स्थिति देखने को मिल रही है, यह शर्मनाक बात है।